CRPF जवान की सड़क हादसे में मौत: चंदौली के गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई

CRPF जवान की सड़क हादसे में मौत: चंदौली के गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई

10 अगस्त 2025 · 0 टिप्पणि

सड़क हादसे में शहीद, गांव में मातम पसरा

उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के मधुपुर क्षेत्र का नाम गुरुवार को पूरे देश में चर्चित हो गया, लेकिन वजह ऐसी थी जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी। यहां के रहने वाले CRPF जवान की जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में सड़क हादसे में मौत हो गई। उनका पार्थिव शरीर जैसे ही पैतृक गांव पहुंचा, पूरे इलाके में गमगीन माहौल छा गया। हर कोई इस बहादुर बेटे के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा।

हादसा उधमपुर के बसंतगढ़ इलाके में कंडवा-बसंतगढ़ रोड पर हुआ था। जानकारी के मुताबिक, पहाड़ी क्षेत्र में तैनात जवानों से भरी एक वाहन अचानक बेकाबू होकर गहरी खाई में जा गिरी। इस दर्दनाक हादसे में तीन जवान मौके पर ही शहीद हो गए जबकि दस घायल हो गए। पांच जवानों की हालत नाजुक बताई गई है। हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव अभियान शुरू किया गया। सभी घायलों को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।

सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, देशभक्ति की गूंज

सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, देशभक्ति की गूंज

शहीद जवान के पार्थिव शरीर के गांव पहुंचते ही ग्रामवासियों के साथ-साथ जिले के उच्च अधिकारियों ने भी श्रद्धांजलि दी। अंतिम संस्कार के दौरान पूरा गांव भारत माता के जयकारों से गूंज उठा। CRPF दस्ते ने जवान के ताबूत को तिरंगे में लपेटा, पारंपरिक सलामी दी और पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने भी उन्हें कंधा दिया।

शहीद के परिजनों, खासकर बूढ़े माता-पिता की हालत देखकर हर आंख नम थी। गांव के युवाओं ने कहा कि उनका बलिदान इलाके के लिए गर्व की बात है। वहीं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इसे देश के असली हीरो की जर्बदस्त कुर्बानी बताया।

सरकार की तरफ से MoS (प्रधानमंत्री कार्यालय) डॉ. जितेंद्र सिंह ने तुरंत घटना पर दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्होंने खुद उधमपुर के उपायुक्त से बात की है और हालात की लगातार निगरानी हो रही है।

  • सड़क किनारे सुरक्षा के अभाव
  • पर्वतीय इलाकों में ड्यूटी की चुनौतियां
  • परिजनों की सुध लेने प्रशासन का सक्रिय रुख

इस हादसे ने फिर साबित कर दिया कि सीमाओं या मोर्चे पर ही नहीं, बल्कि दुर्गम इलाकों में ड्यूटी निभाते जवानों को हर दिन जान जोखिम में डालना पड़ता है। ऐसे में गांव से लेकर जिले तक, पूरा देश इस बहादुर सेनानी के बलिदान को नमन कर रहा है।

Ankit Sharma

Ankit Sharma

मैं नवदैनिक समाचार पत्र में पत्रकार हूं और मुख्यतः भारत के दैनिक समाचारों पर लेख लिखता हूं। मेरा लेखन सुचिता और प्रामाणिकता के लिए जाना जाता है।

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