सिनसिनाटी ओपन 2025 का रोमांचक फाइनल
आगस्ट 19, 2025 को अमेरिकी टेनिस के कैलेंडर में सबसे बड़ी दांऊँ की झलक देखने को मिली - सिनसिनाटी ओपन के फाइनल में विश्व क्रमांक दो कार्लोस अल्काराज ने 22 मिनट के संक्षिप्त मैच में जीत हासिल की। इटली के नंबर एक जैनीक सिन्नर को अचानक बीमार होने के कारण रिटायर करना पड़ा, जब स्कोर 5-0 था। यह परिणाम टेनिस प्रेमियों के लिए आश्चर्यजनक था, क्योंकि दोनों खिलाड़ी इस साल पहले ही तीन बार एक‑दूसरे के सामने फाइनल में मुकाबला कर चुके थे।
फाइनल के दौरान सिन्नर को एक बर्फ का पैक सिर पर बंधा दिखा, जबकि उसकी सर्विस और रिसीव में लगातार गड़बड़ी स्पष्ट थी। नौ अनिवार्य त्रुटियां करने के बाद ही उसने कोर्ट छोड़ दिया। दूसरी ओर, 22 वर्षीया स्पेनिश सुपरस्टार ने अपने तेज फोरहैंड और रिटर्न के साथ सिन्नर की हर शानदार शॉट को तोड़ दिया।
प्लेयर्स की पृष्ठभूमि और इस फाइनल का महत्त्व
अल्काराज, जो 24 वर्ष का है, इस जीत से अपना पहला सिनसिनाटी शीर्षक जोड़ रहा है। दो साल पहले, 2023 में वही कोर्ट पर वह नवाक जोकोविच के हाथों हार गया था, जहाँ एक चैंपियनशिप पॉइंट को खोने के बाद मैच 3 घंटे 49 मिनट तक चला था। इस बार वह फिर से मंच पर लौट आया, और इतिहास के सबसे युवा यूएस ओपन ट्यून‑अप विजेताओं में से एक बन गया।
जैनीक सिन्नर, 24 वर्ष के इटालियन, अपनी शानदार फॉर्म में था। उसने लगातार 12 मैच जीते थे, जिसमें हार्ड कोर्ट पर 26 निरंतर जीत भी शामिल थी। सिनसिनाटी को दो साल लगातार जीतकर वह रॉजर फेडरर की 2014‑15 की लकीर को दोहराना चाहता था। परंतु मौसमी बुखार ने उसे रोक दिया, और वह दर्शकों से माफ़ी मांगा: "मैं बहुत माफ़ी चाहता हूँ, मैं कल से ठीक नहीं था।"
यह फाइनल टेनिस का एक ऐतिहासिक पेज बना, क्योंकि यह केवल तीसरी बार है जब विश्व के दो नंबर वाले खिलाड़ी एक साथ सिनसिनाटी के सर्वाइवल कप में टकराए। पहले 2022 में नोवाक जोकोविच (दूसरा) और अल्काराज (पहला) ने मुँहर लगाई थी, और 2012 में रॉजर फेडरर (पहला) तथा जोकोविच (दूसरा) के बीच यह मुकाबला हुआ था।
दोनों खिलाड़ियों के बीच अब तक का हेड‑टू‑हेड रिकॉर्ड 9‑5 अल्काराज के पक्ष में है। 2025 में उनका संघर्ष और भी दर्शनीय था: सिन्नर ने विम्बल्डन फाइनल में चार सेट में जीत हासिल की, अल्काराज ने फ्रेंच ओपन में पाँच सेट के थ्रिलर से जीत हासिल की, और रोम मास्टर्स में भी अल्काराज ने सीधा सेट जीत कर काबू पाया।
सिनसिनाटी ओपन का महत्व यूएस ओपन के लिए ट्यून‑अप टूर के रूप में बहुत बड़ा है। पिछले दो वर्षों में यहाँ के विजेता दोनों ग्रैंड स्लैम में भी विजयी रहे हैं। अल्काराज की यह जीत उसके इस सत्र के छठे ट्रॉफी को जोड़ती है, और उसे आगामी न्यूयॉर्क में एतिहासिक जीत की ओर एक कदम नजदीक ले जाती है।
भविष्य की राह पर अब अल्काराज कोल्ड-हावर्ड सख्त माहौल में भी अपने खेल को बनाए रखने का लक्ष्य रखेगा, जबकि सिन्नर को अपनी सेहत और स्टैमिना में सुधार करके अगले बड़े टॉर्नामेंट में वापसी करनी होगी। टेनिस प्रेमियों को अब देखना है कि इस प्रतिद्वंद्विता के अगले अधसूत्र क्या लिखेंगे।
अल्काराज की ये जीत सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक संकेत है कि टेनिस का भविष्य अब उनका है। सिन्नर बीमार था, पर अल्काराज ने जो दिखाया, वो बीमारी के बावजूद भी चाहते हुए भी दिखाना मुश्किल होता। ये जीत उसकी लगन की निशानी है।
सिनसिनाटी का ये फाइनल वाकई ऐतिहासिक था। दो नंबर वाले खिलाड़ी, दो अलग अंदाज़, दो अलग दुनिया। अल्काराज का फोरहैंड तो बस एक विज्ञान है। और सिन्नर की बीमारी के बावजूद उसने जितने मैच जीते, वो भी किसी कम बात नहीं।
अगर सिन्नर बीमार न होता तो अल्काराज को 3 सेट खेलने पड़ते। ये जीत असली नहीं है। टेनिस में जीतना तो तब होता है जब दोनों स्वस्थ हों। ये बस एक अधूरा परिणाम है।
इस फाइनल के बाद मैं सोच रहा हूँ कि क्या टेनिस अब बस खेल नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन बन गया है? अल्काराज ने तेज़ी से जीता, सिन्नर ने अपनी सेहत के लिए खेल छोड़ा। दोनों ने अपने अर्थों में जीत दर्ज की। क्या ये नहीं कह सकते कि जीवन में भी कभी-कभी वापसी ही सबसे बड़ी जीत होती है?
ओह माय गॉड ये फाइनल तो दिल को छू गया! अल्काराज का वो रिटर्न देखकर मैं रो पड़ी! सिन्नर की बीमारी का दृश्य देखकर मुझे लगा जैसे मेरा भाई बीमार हो गया हो। क्या ये टेनिस है या एक रोमांचक फिल्म?
ये जीत बेकार है। बीमार खिलाड़ी के खिलाफ जीतना कोई उपलब्धि नहीं। अल्काराज को अपनी जीत पर गर्व नहीं करना चाहिए।
इतिहास में ये तीसरा मौका है जब विश्व के दो नंबर खिलाड़ी सिनसिनाटी में आमने-सामने आए। ये वही जगह है जहाँ फेडरर ने अपनी राजधानी बनाई थी। अल्काराज अब उस विरासत का हिस्सा बन गया है। ये जीत सिर्फ ट्रॉफी नहीं, इतिहास की एक नई पंक्ति है।
सिन्नर का रिटायरमेंट एक स्ट्रैटेजिक फॉल था। उसने अपने रैंकिंग पॉइंट्स बचाने के लिए इसे इस्तेमाल किया। अल्काराज की जीत इंटेग्रिटी के बजाय एक सिस्टम गैप का फायदा उठाने का नतीजा है। ये टेनिस का अंतिम दिन है।
सिन्नर की बीमारी के बावजूद उसने जितना खेला, वो बहुत अच्छा था। अल्काराज ने भी बहुत अच्छा खेला। दोनों ने टेनिस को नई ऊँचाई दी। अब यूएस ओपन में देखना है कि कौन बनता है चैंपियन।