लेवांडोव्स्की – स्व-ड्राइविंग क्रांति के पीछे का नाम
अगर आप ऑटोमोटिव टेक में रुचि रखते हैं तो एंथनी लेवांडोव्स्की का नाम आपने जरूर सुना होगा। वह गूगल, लीफ, और वायोमोटर में काम कर चुका है और स्व-ड्राइविंग कारों के विकास में अहम भूमिका निभाई है।
कैसे शुरू हुआ करियर?
लेवांडोव्स्की ने अपने शुरुआती दिनों में रोबोटिक्स में शोध किया और 2006 में गूगल की स्व-ड्राइविंग टीम में शामिल हुए। यहाँ उन्होंने “ऑटोपायलट” प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया, जो बाद में “वेइमो” बन गया। 2015 में उन्होंने लीफ मोटर्स स्थापित किया, जहाँ उन्होंने लाइट‑वेट सेंसर्स और सॉफ़्टवेयर विकसित किया जो आज कई कारों में इस्तेमाल होते हैं।
कॉन्ट्रोवर्सी और कानूनी लड़ाइयाँ
लेवांडोव्स्की की सफलता के साथ कई मुकदमे भी जुड़े। 2017 में उन्होंने उबर के साथ काम करने से हटकर लीफ की स्थापना की, जिसके बाद उबर ने उन्हें ट्रेड‑सेक्रेट चोरी का आरोप लगाया। अप्रैल 2020 में, यू.एस. अदालत ने उन्हें $179 मिलियन का जुर्माना लगाते हुए 18 महीने की जेल की सज़ा दी, लेकिन बाद में अपील में कुछ भाग रद्द हुए। इन केसों ने स्व-ड्राइविंग टैक्नोलॉजी के बौद्धिक संपदा मुद्दों को उजागर किया।
इन विवादों के बावजूद लेवांडोव्स्की का नाम आज भी नवाचार के साथ जुड़ा रहता है। 2021 में उन्होंने “आईओवी टूरिंग” कंपनी की स्थापना की, जिसका लक्ष्य स्व-ड्राइविंग राइड‑शेयरिंग को किफायती बनाना है। उनका मानना है कि सड़कों पर सुरक्षित, कुशल और पर्यावरण‑अनुकूल वाहन लाने के लिए ओपन‑सोर्स सॉफ्टवेयर जरूरी है।
अगर आप स्व-ड्राइविंग के भविष्य को समझना चाहते हैं तो लेवांडोव्स्की के व्याख्यान, इंटरव्यू और ब्लॉग पोस्ट एक बेहतरीन स्रोत हैं। उन्होंने कई बार बताया कि डेटा की पारदर्शिता और नियामक फ्रेमवर्क ही इस तकनीक को स्केल करने की कुंजी हैं।
स्मार्टटेक समाचार में आप लेवांडोव्स्की से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, उनके प्रोजेक्ट अपडेट और कानूनी स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी पा सकते हैं। चाहे वह नई कंपनियों की शुरुआत हो या कोर्ट के फैसले, यहाँ सभी अपडेट एक जगह मिलते हैं।
अंत में, यदि आप स्व-ड्राइविंग के बारे में गहराई से पढ़ना चाहते हैं तो लेवांडोव्स्की की कहानी से बाहर नहीं निकलेंगे। उनकी सफलताएँ, विवाद और भविष्य के विज़न मिलकर इस क्षेत्र के विकास को समझने का एक समग्र चित्र पेश करते हैं।
इंडिया में भी लेवांडोव्स्की की पहलें चर्चा में हैं। उन्होंने भारतीय स्टार्ट‑अप्स के साथ मिलकर सड़कों पर स्व-ड्राइविंग टेस्टिंग को बढ़ावा देने के लिए पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया। पेट्रोलियम कंपनियों और मुनिसिपल बोर्डों के साथ उनका सहयोग दिखाता है कि भारतीय ट्रैफ़िक परिदृश्य में भी इस तकनीक को अपनाने की गहरी संभावना है।
भविष्य की बात करें तो लेवांडोव्स्की का लक्ष्य 2030 तक पूरी तरह ऑटोनॉमस शहर बनाना है, जहाँ मानवरहित टैक्सी, डिलीवरी रोबोट, और स्मार्ट सिग्नल मिलकर ट्रैफ़िक जाम को खत्म कर देंगे। यह लक्ष्य तकनीकी, नियामक और सामाजिक चुनौतियों को एक साथ हल करने पर निर्भर करेगा।
19 अगस्त 2024
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रॉबर्ट लेवांडोव्स्की ने हंसी फ्लिक के बार्सिलोना के लिए दो गोल किए, जिससे उनकी टीम ने ला लिगा के ओपेनर में वालेंसिया पर 2-1 से जीत हासिल की। यह जीत फ्लिक के बार्सिलोना कोच के रूप में पहली प्रतिस्पर्धी खेल की विशेषता थी।
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