बारिश के चलते 11-11 ओवर का रोमांच, वेस्टइंडीज पर साउथ अफ्रीका की बॉल-आउट में जीत
एजबेस्टन, बर्मिंघम में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) 2025 का दूसरा मुकाबला कुछ ऐसा गुज़रा, जिसमें क्रिकेट के हर रंग की झलक दिखी—बारिश, कड़ा संघर्ष और बॉल-आउट का खुलासा। पूरा खेल देखने वालों की धड़कनें तेज़ रहीं क्योंकि साउथ अफ्रीका चैंपियंस ने West Indies Champions को बेहद करीबी मुकाबले में मात दी।
बारिश के कारण इस मैच के ओवर घटाकर केवल 11-11 कर दिए गए। टॉस जीतकर साउथ अफ्रीका के कप्तान एबी डिविलियर्स ने गेंदबाज़ी का फैसला लिया, और उनकी रणनीति सटीक साबित हुई। अफ्रीकी गेंदबाजों ने शुरुआत से ही वेस्टइंडीज के बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाया। लेंडल सिमंस ने 21 गेंदों में 28 रन और चाडविक वॉल्टन ने 21 गेंदों में नाबाद 27 रन बनाए, लेकिन बाकी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके। टीम निर्धारित 11 ओवर में 5 विकेट खोकर 79 रन ही बना सकी। हार्डस विलjoen और आरोन फांगिसो ने अहम मौके पर विकेट लेकर वेस्टइंडीज की पकड़ कमजोर कर दी।
साउथ अफ्रीका की पारी, डगमगाई आखिरी ओवरों में
जवाब में साउथ अफ्रीका चैंपियंस की शुरुआत ठीक-ठाक रही, लेकिन लक्ष्य छोटा था, ऐसे में रन-रेट का दबाव हर वक्त बना रहा। कप्तान एबी डिविलियर्स जैसी अनुभवी बल्लेबाज पिच पर थे मगर वेस्टइंडीज के स्पिनरों और तेज़ गेंदबाज़ों ने भी जल्दी-जल्दी विकेट लेकर मुकाबले को रोमांचक बना दिया। आखिरी ओवर में साउथ अफ्रीका को जीत के लिए कुछ रन चाहिए थे, लेकिन उनकी भी पारी 80 रन पर सिमट गई और 6 विकेट गिर गए।
मैच बराबर रहने के बाद मुकाबला बॉल-आउट तक पहुंचा। यहां दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों का अनुभव काम आया और उन्होंने दबाव में बेहतर प्रदर्शन करते हुए अपने विरोधियों को पछाड़ दिया। इस तरह साउथ अफ्रीका चैंपियंस ने मुकाबला अपने नाम किया।
इस मैच में गेंदबाज़ी ने खेल का रुख कई बार बदला और फैंस को टेंशन से भरपूर क्रिकेट देखने को मिला। अगले ही मैच में अब ऑस्ट्रेलिया चैंपियंस और इंग्लैंड चैंपियंस आमने सामने होंगे, इसलिए मुकाबले का रोमांच आगे भी बरकरार रहेगा।
वाह यार! बारिश के बीच भी एबी डिविलियर्स ने जैसे अपना जादू चलाया... गेंदबाजी वाले दिन भर के लिए बन गए नायक। जब लास्ट ओवर में 80 रन पर टीम ठहर गई तो मैं सोच रहा था अब बॉल-आउट ही होगा, पर दक्षिण अफ्रीका के बारिश में भी ठंडी नसों ने सबको हैरान कर दिया।
इंडिया का क्रिकेट अब बेकार हो गया है जब दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज ऐसे मैच खेल रहे हैं। हमारे खिलाड़ी तो टी20 में भी गेंद फेंकने का तरीका भूल गए हैं। ये जो खेल दिखा गया, ये तो असली क्रिकेट है, नहीं तो वो जो हम देखते हैं वो टीवी शो है।
अगर हम इस मैच को सांस्कृतिक रूप से विश्लेषित करें, तो यह एक निर्माणात्मक विरोधाभास का उदाहरण है-एक ओर बारिश की अनिश्चितता और दूसरी ओर एबी डिविलियर्स की निर्णयात्मकता। यह न केवल एक खेल है, बल्कि एक फिलॉसफिकल एक्सप्रेशन है जहां इंसानी इच्छाशक्ति प्रकृति के अनियमितता को जीत जाती है। बॉल-आउट एक अलंकार है जो जीवन के अंतिम निर्णय का प्रतीक है।
एबी के लिए ये बस एक और जीत है, लेकिन जिन गेंदबाजों ने बारिश के बीच भी अपनी धैर्य और तकनीक दिखाई, उन्हें बधाई। वेस्टइंडीज के लिए भी ये एक बड़ा पाठ है-अगर आप अपने बल्लेबाजों को बचाना चाहते हैं, तो आखिरी ओवर तक लड़ना होगा। ये मैच देखकर लगता है कि क्रिकेट अभी भी जिंदा है।
मैंने बॉल-आउट वाले ओवर को तीन बार रिप्ले में देखा। एक गेंद जो एबी के बाद फेंकी गई, उसका स्पिन और लाइन देखकर लगा जैसे कोई जादूगर खेल रहा हो। वेस्टइंडीज के लास्ट बैटर ने जो शॉट मारने की कोशिश की, उसकी बॉल का ट्रैक देखकर मुझे लगा कि वो गेंद बारिश के बूंदों को भी टाल रही थी।
अफ्रीका ने बहुत अच्छा खेला और वेस्टइंडीज ने भी अच्छा खेला बस थोड़ा अंत में गलती हो गई और बॉल आउट हो गया अब अगला मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच होने वाला है उसमें भी ऐसा ही देखने को मिलेगा शायद