आईपीएल 2025 का आगाज और महत्त्वपूर्ण तिथियाँ
भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए लंबे इंतज़ार के बाद, आईपीएल 2025 का 18वां सीजन आखिरकार शुरू होने जा रहा है, जिसकी शुरुआत 23 मार्च से तय की गई है। बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (बीसीसीआई) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इस बात की पुष्टि की है। इस बार का फाइनल देष 25 मई को खेला जाएगा। इस बीच, आईपीएल 2025 की पूरी प्लानिंग में 74 मैच शामिल हैं, जो पिछले कुछ वर्षों की तर्ज पर है। हालांकि, पहले 84 मैच होने की खबरें भी थीं, लेकिन बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के काम के बोझ को ध्यान में रखते हुए पुरानी योजना पर रहने का फैसला किया है।
टीमों के स्क्वाड और उनके तैयारियाँ
आईपीएल के आगामी सीजन के लिए सभी टीमों ने अपनी रणनीतियां और खिलाड़ियों के चयन को अंतिम रूप दे दिया है। जेद्दाह में 24 और 25 नवंबर को मेगा ऑक्शन आयोजित किया गया, जिसमें टीमों ने अपने आखिरी स्क्वाड्स बनाए। कोलकाता नाइट राइडर्स, जो 2024 के विजेता रहे थे, इस बार फिर से खिताब अपने पास रखने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा, कप्तानों के चयन में कुछ नए चेहरों का ऐलान भी किया गया है, जैसे कि मुंबई इंडियंस के लिए हार्दिक पंड्या, पंजाब किंग्स के लिए श्रेयस अय्यर, राजस्थान रॉयल्स के लिए संजू सैमसन और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए विराट कोहली।
महिला प्रीमियर लीग 2025 और स्थान
आईपीएल के अलावा, महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) का भी आयोजन किया जाएगा, जो 7 फरवरी से लेकर 2 मार्च तक चलेगा। डब्ल्यूपीएल की मैचें बड़ौदा, मुंबई, बेंगलुरु और लखनऊ में खेली जाएंगी। हालांकि, इन स्थानों पर कितने मैच होंगे इसका निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है। दिलचस्प बात यह है कि महिला टीम 'दिल्ली कैपिटल्स' के मैच सभी विदेश में होंगे, जिससे उन्हें अपने समर्थकों की कमी महसूस हो सकती है, जबकि अन्य चार टीमों को अपने घरेलू मैदान पर खेलने का फायेदा मिलेगा।
आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी और खिलाड़ी विश्राम
बीसीसीआई ने इस बात की भी पुष्टि की है कि मार्च 9 को आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी का फाइनल खेला जाएगा। इसके बाद, आईपीएल 2025 के शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को थोड़ा आराम का मौका मिलेगा। इस बीच, बीसीसीआई ने टी20 टूर्नामेंट के मौजूदा फॉर्मेट और शेड्यूल को बनाए रखने का निर्णय भी लिया है, क्योंकि इससे खिलाड़ियों को अतिरिक्त थकान से बचाया जा सकेगा।
आकर्षक वित्तीय प्रोत्साहन
इस सीजन में, टीमों को नए टैलेंट को खरीदने के लिए 120 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है, जो पिछले सीजन की तुलना में 20% अधिक है। इससे जाहिर होता है कि बीसीसीआई युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और खेल को आकर्षक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह न केवल खिलाड़ियों को मौके देने के लिए बल्कि खेल के रोमांच को बनाए रखने के लिए भी एक जरूरी कदम है।
अंततः, बीसीसीआई द्वारा सभी योजनाओं को व्यक्तिगत विवरण और विचारशील समन्वय के साथ तैयार किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि खिलाड़ियों की क्षमता का अधिकतम उपयोग हो और भारतीय क्रिकेट दर्शकों को उत्साह और रोमांचित करने वाले मैचों का अनुभव हो।
आईपीएल 2025 का शेड्यूल तो ठीक है पर दिल्ली कैपिटल्स के मैच विदेश में होंगे ये क्या बकवास है ये फैसला किसने लिया ये टीम तो घर की टीम है न बाहर की
हमारे देश में महिला क्रिकेट को इतना नज़रअंदाज़ करना शर्म की बात है ये जो दिल्ली कैपिटल्स को बाहर भेज रहे हैं ये तो देशद्रोह है भारत का नाम रोशन करना है तो घर पर खेलो न बाहर
बजट बढ़ाना अच्छा हुआ। युवाओं को मौका मिलेगा। बहुत अच्छा।
इस बार का आईपीएल सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं है... ये एक संस्कृति का पुनर्जागरण है। खिलाड़ियों के लिए आराम, युवाओं के लिए अवसर, महिलाओं के लिए दृश्यता... ये सब कुछ एक साथ आ रहा है। ये भारत की खेल भावना का नया अध्याय है।
विराट कोहली को RCB का कप्तान बनाना बहुत समझदारी भरा फैसला है। उनकी लीडरशिप और अनुभव टीम के लिए बहुत काम आएगा।
मैंने देखा कि बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के बोझ को ध्यान में रखा है। इससे लंबे समय तक खेल की गुणवत्ता बनी रहेगी। बहुत बढ़िया निर्णय।
दिल्ली कैपिटल्स के मैच विदेश में होंगे? ये तो बिल्कुल अनुचित है। ये टीम तो दिल्ली की है और दिल्ली में ही मैच होने चाहिए। ये फैसला तो बस एक बदलाव का नाम है जो बस नाम के लिए है।
अगर हम खेल को एक सामाजिक आंदोलन के रूप में देखें तो आईपीएल अब सिर्फ खेल नहीं रहा। ये एक ऐसा मंच है जहाँ युवा पीढ़ी को अपनी पहचान बनाने का मौका मिल रहा है। बजट में बढ़ोतरी, खिलाड़ियों का आराम, महिलाओं को स्थान देना - ये सब कुछ एक अधिक समावेशी और स्थायी खेल व्यवस्था की ओर जाने का संकेत है। ये बस एक टूर्नामेंट नहीं, ये एक बदलाव है।
मैं तो बस ये चाहती हूँ कि विराट कोहली फिर से एक बार फाइनल में जाए और उनकी आँखों में वही चमक दिखे जो 2016 में थी। ये सिर्फ खेल नहीं, ये एक भावना है।
ये सब बकवास है। 74 मैच? ये तो पहले से ही ज्यादा है। और ये सब बजट बढ़ाने की बातें? बस नाम के लिए। कोई भी टीम जीतेगी तो वो वही जो पहले से जीत रही है।
बीसीसीआई का फैसला खेल के विकास के लिए तर्कसंगत है। खिलाड़ियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना और युवाओं को अवसर देना दीर्घकालिक रूप से खेल के लिए लाभदायक है।
ये बजट बढ़ाना और युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना बस एक बाहरी चमक है। असली बात ये है कि टीमों के अंदर की रणनीति और बैकिंग कितनी मजबूत है। बजट बढ़ाने से जीत नहीं मिलती, बल्कि टीम की संगठन क्षमता से मिलती है।
मुझे लगता है कि ये सभी बदलाव सही दिशा में हैं। बस अब इन्हें लागू करने का तरीका देखना होगा।
विराट कोहली कप्तान हैं? ये तो एक बड़ा धमाका है! वो तो अब भी जैसे जवान खिलाड़ी हैं, उनकी जुनून और लगन टीम को ऊपर खींच देगी। ये आईपीएल अब सिर्फ बिजनेस नहीं, ये एक जज़्बा है।
दिल्ली कैपिटल्स को बाहर भेजना? ये तो भारत की गरिमा के खिलाफ है। ये जो लोग ये फैसला कर रहे हैं वो देश के लिए नहीं, बल्कि अपने लाभ के लिए काम कर रहे हैं। ये बस एक घृणित राजनीति है।