आर्सेनल में लौरेंट कोसचेलनी की अहमियत बरकरार: एमरी का बड़ा बयान

आर्सेनल में लौरेंट कोसचेलनी की अहमियत बरकरार: एमरी का बड़ा बयान

21 अप्रैल 2025 · 0 टिप्पणि

लौरेंट कोसचेलनी: आर्सेनल के लिए अनुभव, संघर्ष और नेतृत्व की मिसाल

किसी भी क्लब के लिए ऐसे खिलाड़ी की कीमत समझना मुश्किल नहीं है, जिसने न केवल निर्णायक मौकों पर गोल किए हों, बल्कि साथियों के लिए रोल मॉडल भी बना हो। फ्रेंच डिफेंडर लौरेंट कोसचेलनी का नाम आते ही आर्सेनल फैंस के जेहन में साहस, समर्पण और नेतृत्व की छवि उभर आती है। 2010 में जब कोसचेलनी ने आर्सेनल जॉइन किया था, शायद ही किसी ने सोचा होगा कि वे इतने लंबे समय तक न केवल क्लब का हिस्सा रहेंगे, बल्कि उसकी पहचान का जरूरी हिस्सा भी बन जाएंगे।

2019 में जब कोसचेलनी के फ्रांस लौटने की चर्चाएं तेज़ थी, तब उस वक्त टीम के मैनेजर उनाई एमरी ने खुलकर कहा कि उनके लिए कोसचेलनी सिर्फ डिफेंडर नहीं, बल्कि क्लब की आत्मा हैं। एमरी का कहना था- "हम कोसचेलनी को खोने के लिए तैयार नहीं हैं। वह न केवल तकनीकी तौर पर मजबूत हैं, बल्कि यूथ प्लेयर और पूरी टीम के मेंटर भी हैं।"

दरअसल, कोसचेलनी ने आर्सेनल के लिए कई यादगार मैच खेले हैं। 2012 में वेस्ट ब्रॉम के खिलाफ गोल कर टीम को प्रीमियर लीग में तीसरे स्थान पर पहुंचाया था, जो क्लब के उस वक्त के लिहाज से काफी अहम था। यही नहीं, डिफेंस में उनकी मौजूदगी ने आर्सेनल को कई बार मुश्किल हालात से उबारा। चोटों के बावजूद मैदान पर उतरकर कोसचेलनी ने टीम के लिए बेंचमार्क सेट किया।

  • 2015 और 2017 के FA कप में भी वे निर्णायक मैचों में महत्वपूर्ण रोल में थे।
  • प्रीमियर लीग के टॉप डिफेंसर्स की लिस्ट में कोसचेलनी का नाम हमेशा ऊपर रहा है।
  • फैन पोल में उन्हें लगातार बेस्ट डिफेंडर और टॉप परफॉर्मर के खिताब मिलते रहे।

हालांकि, करियर के आखिरी सालों में कोसचेलनी को ले कर कई तरह की बातें सामने आईं—चोट, भविष्य को लेकर अनिश्चितता और क्लब छोड़ने की अफवाहें। लेकिन उनाई एमरी इन सबके बावजूद हमेशा कोसचेलनी के समर्थन में खड़े दिखे। उनका कहना था कि कोसचेलनी की मौजूदगी से टीम को टेक्टिकल सपोर्ट मिलता है, खासकर ऐसे समय में जब युवा खिलाड़ी अपने करियर की शुरुआत कर रहे हैं।

लीडरशिप और टीम डाइनैमिक्स पर खास असर

कोई भी कोच जब ड्रेसिंग रूम की बात करता है, तो वहां असली नेता की पहचान होती है। कोसचेलनी का रोल सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं था। वे युवा खिलाड़ियों को गाइड करते, सीनियर्स के साथ संवाद स्थापित करते और हर छोटे-बड़े मैच से पहले टीम को मोटिवेट भी करते थे। यही वजह है कि ट्रांसफर की तमाम अटकलों के बीच भी एमरी और क्लब मैनेजमेंट चाहती थी कि वे टीम के साथ बने रहें।

कोसचेलनी की कहानी हर उस खिलाड़ी के लिए मिसाल है जो मुश्किल हालात में हार नहीं मानता। आज भी जब आर्सेनल में लीडरशिप की चर्चा होती है, तो कोसचेलनी का नाम सबसे पहले आता है। उनके अनुभव, कमिटमेंट और मैदान पर शानदार प्रदर्शन ने उन्हें क्लब के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण डिफेंडर में शामिल कर दिया है।

रोहित चतुर्वेदी

रोहित चतुर्वेदी

मैं नवदैनिक समाचार पत्र में पत्रकार हूं और मुख्यतः भारत के दैनिक समाचारों पर लेख लिखता हूं। मेरा लेखन सुचिता और प्रामाणिकता के लिए जाना जाता है।

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