BCCI ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों पर ICC को शिकायत दर्ज की, Rauf को मिला 30% जुर्माना

BCCI ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों पर ICC को शिकायत दर्ज की, Rauf को मिला 30% जुर्माना

26 सितंबर 2025 · 0 टिप्पणि

दुबई में 21 सितंबर को खेले एशिया कप सुपर 4 मैच ने फिर से क्रिकेट के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वियों – भारत और पाकिस्तान – के बीच तनाव को उजागर कर दिया। भारत ने छह विकेट पर जीत हासिल की, लेकिन मैदान पर दो पाकिस्तानी खिलाड़ियों के इशारों ने सबका ध्यान बांट दिया। इस पर BCCI ने तुरंत ICC को लिखित शिकायत भेजी, जिससे अंतरराष्ट्रीय खेल संगठनों को भी इस मुद्दे पर कदम उठाना पड़ा।

घटना का विवरण

मैच के दौरान तेज़ गेंदबाज Haris Rauf ने कई बार ऐसे इशारे किए जो कई दर्शकों को ‘हवाई जहाज़ को नीचे गिराने’ जैसा लगा। इस इशारे को कुछ लोग भारत की सैन्य कार्रवाई की नकल मान रहे थे, खासकर तब जब भारतीय दर्शकों ने "Kohli, Kohli" का नारा लगाया, जो 2022 के T20 वर्ल्ड कप में Rauf के खिलाफ विराट कोहली की छकी मारने को याद दिलाता है।

साथ ही, ओपनिंग बैटर Sahibzada Farhan ने अपनी अर्धशतक बना लेने के बाद एक "गन‑शॉट" जश्न मनाया। इस जश्न को ICC ने ‘युद्ध संकेत’ माना, जबकि Farhan ने कहा कि यह उसकी व्यक्तिगत परम्परा है, कोई राजनीतिक या मारक इशारा नहीं।

इन दोनों इशारों के अलावा, Rauf का भारतीय बॉलर्स, विशेषकर अभिषेक शर्मा और शुबहमान गिल के साथ मौखिक टकराव भी रिपोर्ट किया गया। पाँचवें ओवर में भारत की पीछा करने वाली पारी में इन शब्दों के आदान‑प्रदान ने मैदान पर तनाव को और बढ़ा दिया।

ICC की सजा और आगे की प्रक्रिया

ICC ने तुरंत जांच शुरू की और अपने निर्णय जारी किए। Rauf को मैच शुल्क का 30 % जुर्माना दिया गया, लेकिन यह जुर्माना ‘दुर्भावनापूर्ण भाषा’ के इस्तेमाल के लिए था, इशारों के लिए नहीं। इस बात को ICC के एक स्रोत ने स्पष्ट किया। साथ ही, Farhan को ‘आधिकारिक चेतावनी’ जारी की गई, जिससे वह भविष्य में ऐसे इशारे दोहराने से बचें।

दूसरी तरफ, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने भी ICC के पास शिकायत दर्ज कराई, लेकिन इस बार वह भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव के खिलाफ थी। PCB का कहना है कि यादव ने 14 सितंबर को अपने इंटरव्यू में पहल्गाम के आतंक हमले के शहीदों के लिए संवेदना व्यक्त की और भारतीय सेनाओं को उनके कार्यों के लिए सम्मानित किया। PCB ने इसे ‘राजनीतिक’ टिप्पणी कहा, जबकि भारत के मुताबिक यह मानवीय सहानुभूति थी।

ICC ने दोनों शिकायतें स्वीकार कर ली हैं। यदि खिलाड़ियों या कप्तान द्वारा लिखित रूप में इन आरोपों को खारिज नहीं किया जाता, तो एलिट रेफरी रिची रिचर्डसन के समक्ष सुनवाई हो सकती है। PCB की शिकायत के संबंध में टाइम‑लाइन भी एक मुद्दा बन गया है – ICC की नियमावली के अनुसार शिकायत को घटना के सात दिनों के भीतर दायर करना आवश्यक है।

यह घटना सिर्फ दो व्यक्तियों के इशारों तक सीमित नहीं है; यह दिखाती है कि खेल के मैदान पर भी राजनीति, राष्ट्रीय भावनाएँ और व्यक्तिगत अभिव्यक्तियों का टकराव कितनी आसानी से उभरा सकता है। ICC का तुरंत कदम उठाना यह दर्शाता है कि अंतरराष्ट्रीय बॉडी इस तरह की स्थितियों में खेल की भावना को संरक्षित रखने के लिए सक्रिय है।

  • भारत‑पाकिस्तान मैच में सार्वजनिक प्रतिक्रिया ने दोनों पक्षों के इशारों को तीखा बना दिया।
  • ICC की सजा ने स्पष्ट किया कि भाषा का प्रयोग और बैनर/इशारा दो अलग-अलग मुद्दे हैं।
  • PCB की भारतीय कप्तान पर शिकायत ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कबाम की टिप्पणी कब ‘राजनीतिक’ बनती है।
  • भविष्य में ऐसे विवादों से बचने के लिए दोनों बॉडीज को संचार और प्रवर्तन में और पारदर्शिता लाने की जरूरत है।

अंततः, इस विवाद ने दिखाया कि क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि दो बड़े राष्ट्रों के अंतरसंबंधों का एक मंच भी है। जब खिलाड़ी किसी भी तरह के इशारे करते हैं, तो वह न केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि राष्ट्रीय भावना को भी जागृत करता है। इस कारण ICC जैसे संस्थानों की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है, ताकि ‘स्पोर्ट्समैनशिप’ का मूल मंत्र बना रहे।

टैग: BCCI ICC Haris Rauf Sahibzada Farhan

श्रेणियाँ: खेल

Ankit Sharma
Ankit Sharma

मैं नवदैनिक समाचार पत्र में पत्रकार हूं और मुख्यतः भारत के दैनिक समाचारों पर लेख लिखता हूं। मेरा लेखन सुचिता और प्रामाणिकता के लिए जाना जाता है।

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