जियो नेटवर्क समस्या: डेटा सेंटर में आग के कारण सेवाओं में बाधा, हजारों उपयोगकर्ताओं को हुआ नुकसान

जियो नेटवर्क समस्या: डेटा सेंटर में आग के कारण सेवाओं में बाधा, हजारों उपयोगकर्ताओं को हुआ नुकसान

17 सितंबर 2024 · 11 टिप्पणि

जियो नेटवर्क में आई बड़ी समस्या: डेटा सेंटर में आग से सेवाएं प्रभावित

17 सितंबर 2024 एक भयानक दिन साबित हुआ जब रिलायंस जियो के नेटवर्क में अचानक बड़ी बाधा आ गई। हजारों उपयोगकर्ता इस सेवा बाधा से परेशान हो गए और उनसे जुड़ी कई शिकायतें जल्द ही सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर देखने को मिलीं। यह समस्या मुख्य रूप से मुंबई और आस-पास के क्षेत्रों में देखी गई, जबकि दिल्ली में सेवा काफी हद तक ठीक रही। इस घटना की रिपोर्ट Downdetector नामक वेबसाइट ने दी, जिसने बताया कि 10,000 से अधिक शिकायतें दर्ज हुईं।

शिकायतों के आधार पर, अंदाजा लगाया गया कि 67% उपयोगकर्ताओं को सिग्नल प्राप्त नहीं हो रहा था, 20% उपयोगकर्ताओं को मोबाइल इंटरनेट की समस्या हो रही थी, और 14% उपयोगकर्ता जियो फाइबर कनेक्टिविटी में परेशानी महसूस कर रहे थे। इन समस्याओं का कारण एक डेटा सेंटर में आग लगने को बताया गया है, हालांकि रिलायंस जियो की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान अभी तक जारी नहीं किया गया है।

सोशल मीडिया पर बढ़ी नाराजगी

जैसे ही उपयोगकर्ताओं को सेवा में बाधा महसूस हुई, उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों, खासकर X (जो पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था), पर अपनी नाराजगी और चिंता जाहिर की। उपयोगकर्ताओं ने यह जानने की कोशिश की कि सेवा कब तक वापस सामान्य होंगी। कई उपयोगकर्ताओं ने यह भी रिपोर्ट किया कि MyJio ऐप उनके लिए लोड नहीं हो रहा था, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई।

कामकाजी जीवन पर पड़ा गहरा प्रभाव

जियो नेटवर्क की सेवा बाधा का सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ा जो अपने दैनिक जीवन में इस सेवा पर निर्भर थे, खासकर वो लोग जो वर्क-फ्रॉम-होम कर रहे थे। संचार साधनों में बाधा के कारण उनके कार्यकलापों में भी रुकावट आई। यह समस्या किसी छोटे गाँव या छोटे कस्बे तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि मेट्रो शहर में भी इसका व्यापक प्रभाव देखा गया।

अधिकारियों की चुप्पी

जबकि लाखों उपयोगकर्ता इस समस्या से जूझ रहे थे, रिलायंस जियो की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है, जिसने लोगों को और अधिक चिंतित कर दिया। लोग यह जानने के लिए बेकरार हैं कि यह समस्या कब तक सुलझेगी और क्या इसे रोकने के उपाय किए जा रहे हैं।

भविष्य में सुधार के लिए आवश्यक कदम

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि डेटा सेंटर सुरक्षा और नेटवर्क की स्थिति पर ज्यादा ध्यान देना आवश्यक है। कंपनी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हो सकें, इसके लिए अत्याधुनिक तकनीकों और सुरक्षा उपायों को अपनाना होगा।

उपयोगकर्ताओं की यह भी अपेक्षा है कि कंपनी इस विषय पर खुलकर बात करे और उन्हें समस्या की वास्तविक स्थिति से अवगत कराए।

संक्षेप में, यहां यह कहा जा सकता है कि एक बड़ी कंपनी होने के नाते रिलायंस जियो के ऊपर इस तरह की घटनाओं को रोकने और शीघ्रता से सुधारने की जिम्मेदारी है।

क्या यह घटना रिलायंस जियो के भविष्य को और ज्यादा मजबूती देगी या उपयोगकर्ताओं का विश्वास कम करेगी, यह समय ही बताएगा। परंतु अभी के हालात में, उपयोगकर्ताओं के धैर्य की परीक्षा हो रही है और वह पूरे दिल से समस्याओं का समाधान चाह रहे हैं।

Ankit Sharma
Ankit Sharma

मैं नवदैनिक समाचार पत्र में पत्रकार हूं और मुख्यतः भारत के दैनिक समाचारों पर लेख लिखता हूं। मेरा लेखन सुचिता और प्रामाणिकता के लिए जाना जाता है।

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11 टिप्पणि
  • Shaik Rafi
    Shaik Rafi
    सितंबर 17, 2024 AT 18:27

    ये सब तो बस एक आग का नतीजा है... लेकिन असल सवाल ये है कि एक इतनी बड़ी कंपनी के पास ऐसी बुनियादी चीज़ों का बैकअप क्यों नहीं है? डेटा सेंटर को अगर अग्निशमन प्रणाली, अलग सप्लाई, और ऑटोमेटेड रिडंडेंसी के बिना बनाया गया, तो ये सिर्फ़ लापरवाही है। इंसान गलती कर सकता है, लेकिन कंपनी नहीं।

  • Ashmeet Kaur
    Ashmeet Kaur
    सितंबर 18, 2024 AT 16:07

    मैं भी आज सुबह बिल्कुल बेकार बैठी रही। MyJio ऐप खुल भी नहीं रहा था, और जब फोन पर बात करने की कोशिश की, तो सिग्नल नहीं आया। मेरा बेटा ऑनलाइन क्लास में फंस गया। ये बस एक टेक इशू नहीं है-ये एक शिक्षा, बिजनेस, और जीवन का मुद्दा है।

  • Nirmal Kumar
    Nirmal Kumar
    सितंबर 18, 2024 AT 16:14

    मुंबई में तो बिल्कुल बंद था। मैंने अपने दोस्त को फोन किया, उसका भी नेट गायब। फिर मैंने अपने दादाजी को बुलाया-वो तो 1980 के दशक से टेलीकॉम में हैं। उन्होंने कहा, 'अब तक तुमने जियो को बहुत ज्यादा भरोसा किया है। अब देखो, एक बार टूट गया तो सब कुछ टूट जाता है।' बहुत सच है।

  • Sharmila Majumdar
    Sharmila Majumdar
    सितंबर 19, 2024 AT 14:31

    क्या आपने ध्यान दिया कि जियो फाइबर वालों को भी इसमें शामिल किया गया? ये तो बहुत बड़ी बात है। जियो फाइबर के यूजर्स तो बिल्कुल अलग क्लास के हैं-वो बिजनेस और हाई-एंड यूजर्स हैं। अगर उनका नेट भी गिर गया, तो ये सिर्फ एक इंफ्रास्ट्रक्चर फेलियर नहीं, ये एक सिस्टमिक क्रैक है।

  • amrit arora
    amrit arora
    सितंबर 19, 2024 AT 17:12

    इस घटना को हमें एक अवसर के रूप में देखना चाहिए। एक बार जब एक बड़ी इकाई अपनी निर्भरता को समझ जाती है, तो वो अपनी गलतियों से सीखती है। हमारे देश में जितने भी डेटा सेंटर हैं, उनमें से अधिकांश अभी भी आधुनिक बर्न-प्रूफ टेक्नोलॉजी से अनजान हैं। ये एक आग नहीं, ये एक चेतावनी है-एक ऐसी चेतावनी जिसे हम बिना राजनीतिक भाषण के सुन सकते हैं।

  • Ambica Sharma
    Ambica Sharma
    सितंबर 20, 2024 AT 00:05

    मैं तो रो रही थी जब नेट गया। मेरा बिजनेस ऑनलाइन है, मेरे ग्राहक बेचैन हो गए, मैं बार-बार रिलायंस के नंबर पर कॉल कर रही थी, और कोई जवाब नहीं। ये बस टेक नहीं है, ये दिल टूटने का फील है।

  • Hitender Tanwar
    Hitender Tanwar
    सितंबर 20, 2024 AT 14:46

    ये सब बकवास है। जियो के नेटवर्क का नाम तो बस विज्ञापन है। असल में ये सब बेहद गंदा और अनियंत्रित है। आप जितना भी लोगों को राजी करें, असल इंफ्रास्ट्रक्चर तो अभी भी 1990 के दशक में फंसा है।

  • pritish jain
    pritish jain
    सितंबर 21, 2024 AT 18:04

    यहाँ एक बात जो बहुत कम लोग देखते हैं: जियो ने भारत में डेटा की कीमत को नीचे लाया, लेकिन उसके लिए जिम्मेदारी नहीं ली। जब आप लाखों लोगों को एक चीज़ देते हैं, तो उसकी सुरक्षा और स्थिरता आपकी जिम्मेदारी बन जाती है। ये सिर्फ एक टेक इशू नहीं, ये एक नैतिक असफलता है।

  • Gowtham Smith
    Gowtham Smith
    सितंबर 22, 2024 AT 10:37

    इस आग का एक निश्चित आर्थिक उद्देश्य है। जियो के नेटवर्क की लागत को घटाने के लिए उन्होंने स्पेयर पावर सिस्टम, फायर सुरक्षा, और रिडंडेंसी को बाहर रख दिया। ये एक जानबूझकर लिया गया रिस्क है। और अब जब ये फेल हुआ, तो वो चुप हैं। ये नहीं कि वो अनुभवी नहीं हैं-वो बस बेशर्म हैं।

  • Shivateja Telukuntla
    Shivateja Telukuntla
    सितंबर 23, 2024 AT 04:22

    मैंने अपने दोस्त को बताया कि जियो फाइबर वाले लोग अभी भी बाहर बैठे हैं, जिनके घरों में अभी भी नेट नहीं है। अगर आपको लगता है कि ये सिर्फ एक आज की बात है, तो आप गलत हैं। ये एक ऐसा विश्वास तोड़ रहा है जिसे वापस लाने में सालों लग सकते हैं।

  • Ravi Kumar
    Ravi Kumar
    सितंबर 23, 2024 AT 15:43

    ये आग जियो के लिए एक बर्थ ऑफ़ रिनाइसेंस हो सकती है। लोग अब नहीं भूलेंगे कि एक कंपनी का दावा और उसकी वास्तविकता अलग होती है। अगर वो अब इसे संभालते हैं-सच्चाई बोलते हैं, बैकअप बनाते हैं, और नुकसान का मुआवजा देते हैं-तो वो लोगों के दिल में वापस आ सकते हैं। नहीं तो... ये उनका अंत हो सकता है।

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