अटल सेतु: क्या है, कहाँ बन रहा है और क्यों है जरूरी?

अटल सेतु, जिसे अटल बिहारी वाजपेयी सेतु भी कहा जाता है, एक नया पुल प्रोजेक्ट है जो भारत के प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ने के लिए तैयार किया जा रहा है। सरकार ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर एक कनेक्टिविटी बूस्टर माना है, जिससे व्यापार, पर्यटन और रोज़मर्रा की यात्रा में आसानी होगी। अगर आप इस सेतु की योजना, निर्माण स्थिति या उपयोग के बारे में जानना चाहते हैं, तो आगे पढ़िए।

अटल सेतु की प्रमुख विशेषताएँ

सबसे पहले, इस सेतु की लंबाई लगभग 2.5 किलोमीटर है, जो दो महत्वपूर्ण शहरों को सीधे जोड़ता है। डिज़ाइन में आधुनिक इंटीरियर्स और मजबूत सस्पेंशन तकनीक इस्तेमाल की जा रही है, ताकि भारी ट्रैफ़िक को बिना रुकावट के संभाला जा सके। इसके अलावा, पर्यावरण फ्रेंडली सामग्री का प्रयोग किया गया है, जिससे निर्माण के दौरान पर्यावरण पर न्यूनतम प्रभाव पड़े।

सेतु पर लेन की संख्या भी खास है: दो पब्लिक लेन, दो फ़्री ट्रैफ़िक लेन और एक पेड कॉलर जो एक्सप्रेस ट्रांसपोर्ट के लिए है। इसका मतलब है कि आप रोज़मर्रा की सवारी या लंबी दूरी की यात्रा दोनों के लिए इस सेतु का आराम से उपयोग कर सकते हैं। सुरक्षा के लिहाज़ से, सीसीटीवी कैमरे, इमरजेंसी अलार्म और तेज़ ग्राउन्ड‑लाइटिंग इन्स्टॉल की जाएगी।

अटल सेतु से जुड़ी यात्रियों के लिए टिप्स

सेतु की यात्रा शुरू होने से पहले कुछ आसान टिप्स याद रखें। सबसे पहले, पीक आवर्स में ट्रैफ़िक जाम से बचने के लिए सुबह 6‑8 बजे या देर शाम 8‑10 बजे के बीच चलें। दूसरा, सेतु पर पेड कॉलर का उपयोग करने वाले ट्रैवलर्स को इलेक्ट्रॉनिक टोल पेमेंट (ई‑वॉल्ट) की सुविधा मिलती है, इसलिए पहले से रजिस्टर कर लें।

अगर आप पर्यटक हैं, तो अटल सेतु के लैंडस्केपव्यू को मिस न करें। रात में पुल पर लाइटिंग इफ़ेक्ट देखते ही रह जाएंगे। साथ ही, सेतु के दोनों किनारों पर छोटे‑छोटे रेस्तरां और कैफ़े हैं, जहाँ आप स्थानीय स्नैक्स का मज़ा ले सकते हैं।

एक और बात – अगर आप वाहन ड्राइवर हैं तो पुल पर स्पीड लिमिट 80 किमी/घंटा है, इसे अवश्य फॉलो करें। इससे न केवल आपकी सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि कोई भी फाइन या पेनाल्टी से बचा जा सकेगा।

अंत में, अगर कोई आपात स्थिति हो तो सेतु पर मौजूद इमरजेंसी कॉल बॉक्स का उपयोग करें। ये बॉक्स 24x7 सक्रिय होते हैं और तुरंत सहायता पहुंचाते हैं।

तो अब जब आप अटल सेतु के बारे में पूरी जानकारी रख रहे हैं, तो इस पुल को अपने यात्रा प्लान में शामिल करने से न डरें। आसान कनेक्टिविटी, बेहतर सुरक्षा और आकर्षक व्यूज़ आपके सफ़र को बेहतरीन बना देंगे। इस नई कड़ी के साथ भारत का हर कोना और करीब होगा।

अटल सेतु को जोड़ने वाले मार्ग पर मामूली दरारें, एमएमआरडीए का बयान

22 जून 2024 · 0 टिप्पणि

अटल सेतु को जोड़ने वाले मार्ग पर मामूली दरारें, एमएमआरडीए का बयान

मुंबई में अटल सेतु समुद्री पुल को जोड़ने वाले मार्ग पर मामूली दरारें मिली हैं। एमएमआरडीए ने स्पष्ट किया है कि इन दरारों का पुल की संरचना पर कोई प्रभाव नहीं है। मरम्मत का कार्य तुरंत शुरू किया गया है और 24 घंटे में पूरा कर लिया जाएगा।

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