भारतीय आईटी कंपनियों की नवीनतम खबरें और विश्लेषण
क्या आप जानना चाहते हैं कि भारत की IT कंपनियों का हालिया हाल क्या है? यहाँ हम सरल भाषा में बता रहे हैं कि कौन सी कंपनी उछाल पर है, किन तकनीकों पर दाव लगा रही है और नौकरी का मार्केट कैसे बदल रहा है। पढ़िए, समझिए, और उसी हिसाब से आगे बढ़िए।
मुख्य भारतीय IT दिग्गज और उनका मौजूदा परिदृश्य
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस, विप्रो और आधा संग (हिंदुस्तान) जैसे बड़े नाम अब भी भारत की टेक शान हैं। ये कंपनियां सिर्फ बैंडविड्थ, क्लाउड या AI में ही नहीं, बल्कि डिजिटल ट्रांसफ़ॉर्मेशन प्रोजेक्ट्स में भी हाथ बटाती हैं।
उदाहरण के तौर पर, TCS ने पिछले साल क्लाउड सेवाओं में 30% बढ़ोतरी की। इसी तरह, इंफोसिस ने छोटे‑मध्यम उद्यमों (SMEs) के लिए कस्टम सॉफ्टवेयर पैकेज लॉन्च किया, जिससे उनकी मीट्रिक सुधार रही। विप्रो ने हेल्थकेयर सेक्टर में AI‑आधारित समाधान पेश किए, जिससे अस्पतालों में डाटा प्रोसेसिंग टाइम आधा हो गया।
इन दिग्गजों के अलावा, नई उम्र की स्टार्ट‑अप्स भी तेज़ी से उभर रही हैं। उदाहरण: Freshworks, Zoho, और Razorpay जैसी कंपनियां ने SaaS और फिनटेक में अपनापन बना लिया है। इनका फंडिंग राउंड अक्सर मिलियन‑डॉलर की सीमा तक पहुंच जाता है, जिससे नौकरी के अवसर भी बढ़ते हैं।
भविष्य की राह: कौन सी तकनीकें बदलेंगी इंडस्ट्री
आजकल AI, मशीन लर्निंग, क्लाउड नेटिव, और साइबर‑सिक्योरिटी को सबसे बड़ा मोमेंटम मिला है। भारतीय IT फर्म्स इन क्षेत्रों में निवेश कर रही हैं क्योंकि क्लाइंट्स भी यही चाहते हैं।
AI‑ड्रिवन एनालिटिक्स की माँग हर साल 20% से अधिक बढ़ रही है। इसलिए, यदि आप इस सेक्टर में करियर बनाना चाहते हैं, तो Python, TensorFlow या PyTorch जैसी स्किल्स सीखना फायदेमंद रहेगा। क्लाउड में, AWS, Azure और Google Cloud के प्रमाणपत्रों की कीमत आजकल बढ़ी है, इसलिए इन्हें पाकर आप प्रोजेक्ट लीडर बन सकते हैं।
साइबर‑सिक्योरिटी के मामले में, भारत में हर साल रिंस या डेटा ब्रेच की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसलिए, सुरक्षा ऑपरेशन सेंटर्स, पेनेट्रेशन टेस्टिंग और एन्क्रिप्शन सर्विसेज की जरूरत में इजाफा हो रहा है। छोटे‑बड़े फर्म्स अब सुरक्षा टीमों को बढ़ा रहे हैं, जिससे इस फील्ड में नौकरी के मौके तेजी से बढ़ रहे हैं।
आपको ये भी पता होना चाहिए कि रिमोट वर्क अब सिर्फ ट्रेंड नहीं बल्कि एक स्थायी मॉडल बन गया है। कई कंपनियां अभी भी घर से काम करने की सुविधा देती हैं और इसके लिए वे टाइमज़ोन मैनेजमेंट, वर्चुअल कोलैबोरेशन टूल्स पर ध्यान दे रही हैं। अगर आप फ्रीलांस या कंट्रैक्ट बेसिस पर काम चाहते हैं, तो ऐसे टूल्स में प्रवीणता होना ज़रूरी है।
सारांश में, भारतीय IT कंपनियां अभी भी बढ़ती ही जा रही हैं, पर तेज़ी से बदलते टेक ट्रेंड को पकड़ना भी उतना ही जरूरी है। चाहे आप जॉब सर्च कर रहे हों या अपना बिज़नेस शुरू करना चाहते हों, इस लेख में दिये गए पॉइंट्स को याद रखें और अपने स्किल सेट को अपडेट करें। स्मार्टटेक समाचार के साथ जुड़े रहें, ताकि आप हमेशा अपडेट रहें और सही फैसले ले सकें।
1 अगस्त 2024
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इन्फोसिस को 32,000 करोड़ रुपये के जीएसटी चोरी के आरोप में नोटिस मिला है। यह नोटिस जीएसटी अधिकारियों द्वारा जारी किया गया है, जो विभिन्न कंपनियों के लेनदेन और वित्तीय रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं। कंपनी को नोटिस का जवाब देने के लिए समय दिया गया है। इन्फोसिस ने जीएसटी अधिकारियों के साथ पूरी तरह से सहयोग करने का वादा किया है।
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