भूकंप के बारे में सब कुछ

भू‑धरती के अंदर जब बहुत सारी ऊर्जा अचानक मुक्त होती है, तो जमीन हिलना शुरू करती है। इसे हम भूकंप कहते हैं। अब सवाल यह है – भूकंप से कैसे बचें और ज़रूरत पड़ने पर क्या करना चाहिए? ख़ुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए नीचे दिए कुछ सरल कदम मदद करेंगे।

भूकंप कैसे होता है

पृथ्वी की सतह नीचे कई बड़े‑छोटे प्लेटें चलती रहती हैं। जब ये प्लेटें एक‑दूसरे से टकराती या पीछे हटती हैं, तो भू‑विज्ञानिक तनाव बनता है। जब तनाव अपनी सीमा पार कर जाता है, तो प्लेटें फट जाती हैं और ऊर्जा रॉकेट की तरह बाहर निकलती है। यही ऊर्जा लहर बनाकर जमीन को हिलाती है।

भूकंप का आकार ‘भूकंपीय तीव्रता’ (रह्टर स्केल) में मापा जाता है। छोटी लहरें केवल हल्की झटके देती हैं, जबकि 6 या उससे ऊपर की तीव्रता वाले भूकंप इमारतों को ढहाने तक कर सकते हैं। इसलिए तैयारी हर तीव्रता के लिए जरूरी है।

भूकंप के समय क्या करें

भूकंप आने से पहले ही प्रमुख बातें याद रखें:

  • ड्रॉप, कवर, होल्ड ऑन: जमीन पर गिरें, सिर को मोड़े रखे कोई मजबूत चीज़ (टेबल, डेस्क) से कवर करें और हिलते समय उस चीज़ को पकड़ें।
  • ख़िड़की, दरवाज़ा या भारी फ्रेम वाली दीवार से दूर रहें। ये जल्दी टूट सकते हैं।
  • अगर आप कार में हों, तो धीरे‑धीरे सुरक्षित जगह पर रोकें, साइड में पार्क करें और सीट बेल्ट ऑन रखें।
  • लिफ्ट में न रहें – लिफ्ट कभी‑कभी बंद हो सकती है।

भूकंप रुके तो तुरंत बाहर जाएँ, लेकिन दरवाज़े या एलीवेटर की ओर न दौड़ें। अगर बाहर जाना मुश्किल है तो सुरक्षित कोने में चुपके से बैठें और भुजाओं से सिर का बचाव करें।

भूकंप के बाद की सबसे बड़ी ख़तरा है दोहरी-भूकंप या ढहती इमारतें। इसलिए तुरंत इमारत के बाहर दूर‑दूर तक चलें, किसी भी लटका हुआ तार या टूटा हुआ कांच न छुएँ। यदि आप ज़िला/सामुदायिक केंद्र में हैं, तो वहाँ के निर्देशों का पालन करें।

भूकंप के बाद मदद की जरूरत वाले पड़ोसियों को याद रखें, विशेषकर बुजुर्ग या बच्चों को। एक छोटी किट (टॉर्च, पानी, बुनियादी दवाएं) हमेशा हाथ में रखें, ताकि आप बिना देर किए मदद पहुँचा सकें।

भूकंप की तैयारी एक बार में नहीं, बल्कि नियमित अभ्यास से बेहतर होती है। अपने घर में ‘सुरक्षा किट’ बनायें, परिवार के साथ दो‑तीन बार ड्रिल लगाएँ और आपातकालीन संपर्क सूची तैयार रखें। ऐसे छोटे‑छोटे कदम से आप अपने और अपने परिवार की जान बचा सकते हैं।

भूकंप से डरने की जरूरत नहीं, बस सही जानकारी और तैयारी से ही आप सुरक्षित रह सकते हैं। अगर अभी तक आप ने अपने घर में earthquake‑proofing नहीं की है, तो आज ही शुरू करें – थोड़ा समय, थोड़ा खर्च और बहुत बड़ी सुरक्षा।

दिल्ली-NCR में भी महसूस हुआ म्यांमार में आए बड़े भूकंप का असर

20 अप्रैल 2025 · 0 टिप्पणि

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