दिवाली 2025 का पूरा गाइड – तैयारी, परम्पराएँ और मज़ेदार टिप्स
दिवाली सिर्फ दीये जलाने का त्यौहार नहीं, बल्कि घर-परिवार को मिलाकर खुशियों का मेला है। 2025 में भी इस रौशनी के महा उत्सव को खास बनाने के लिए कुछ आसान कदम हैं। चलिए, जानते हैं कैसे आप इस दिवाली को यादगार बना सकते हैं।
दिवाली की परम्पराएँ – क्या रखे दिल में
दिवाली को ‘कल्पनाओं का उजाला’ कहा जाता है। लर्की का इतिहास, राक्षसों को हराने वाली इस रात की कहानियों को बच्चों को सुनाकर आप परम्परा को जीवित रख सकते हैं। घर में साफ‑सफाई, नई कपड़े पहनना, लक्ष्मी पूजन करना – ये सब रिवाज अभी भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। हर साल, घर में एक छोटा‑सा छोटा अल्टर बनाएं जहां सभी परिवार के सदस्य थोड़ी‑बहुत दान‑पुण्य कर सकें।
सजावट और दीयों की रचनात्मकता
दीये तो हर घर में जलते हैं, पर इस बार कुछ नया करें। पुराने कांच के जार को रेत, मोती और रंगीन पेंसिल से सजाएं। बालकनी पर छोटे‑छोटे टेबल लैंप रखें, जिससे घर में नयी रोशनी का माहौल बनता है। अगर बजट में है, तो LED दीयों का इस्तेमाल करें – बिजली बचती है और कम धुंआ निकलता है।
सजावट में रिंघा, कागज़ के फूल और हरी पत्तियों का बैनर लगाएँ। गली‑गली में बजते शहनाई की आवाज़ सुनकर लोग जल्दी ही उत्सव का माहौल महसूस करेंगे।
पटाखे और सुरक्षा टिप्स
पटाखे बिना दिवाली नहीं होती, पर सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कोशिश करें कि हल्के‑फुल्के जलते नेवले वाले बॉल्स इस्तेमाल करें, और बच्चों को हमेशा बड़ी उम्र के साथ रखें।
आग लगाने से पहले पानी या सैंडपिट तैयार रखें, ताकि अचानक आग लगने पर तुरंत कंट्रोल किया जा सके। फायर एक्सटिंगुइशर या बकेट में पानी रखना हमेशा फायदेमंद रहता है। स्थानीय नगरपालिका द्वारा घोषित सुरक्षित पटाखे ही खरीदें, गैर‑कानूनी पदार्थों से बचें।
मिठाइयाँ और खास रेसिपी
दिवाली की मिठाइयों में घी, शुगर और सुगंधित मसालों का जादू होता है। घर में बनाएं रसमलाई, लड्डू, बर्फी या फिर कड़ी‑मीठी गुलाब जामुन। अगर आपको समय कम है, तो प्री‑मेड मिक्स से भी जल्दी मिठाइयाँ तैयार कर सकते हैं।
एक आसान रेसिपी: सूजी के हल्के‑हल्के लड्डू। सिर्फ़ सूजी को घी में भूनें, थोड़ा शुगर और काजू डालें, फिर मोटी गोलियां बनाकर ठंडा करें। बच्चों को साथ मिलाकर बनवाने से मज़ा भी दोगुना होगा।
इको‑फ्रेंडली दिवाली – पर्यावरण का ख्याल रखें
पर्यावरण को बचाने के लिए, हर साल प्लास्टिक और कागज़ के कूड़े को कम करें। रीसाइक्लिंग वाले डिब्बों में पुरानी कागज़ी लाइट्स को इकट्ठा करें और उन्हें नई लाइट्स में बदलें। पेड़ लगाना भी एक बड़ी परम्परा है – एक छोटा पौधा लगाकर आप अपने घर की हरियाली बढ़ा सकते हैं और भविष्य की पीढ़ियों को साफ़ हवा दे सकते हैं।
ऑनलाइन शॉपिंग में अगर रिफंड या डिलीवरी के लिए पैकेजिंग कम होती है, तो वह चुनें। इससे कूड़ा कम होगा और आपका कार्बन फुटप्रिंट भी घटेगा।
दिवाली के शॉपिंग टिप्स और बजट प्लान
शॉपिंग करते समय पहले से लिस्ट बनाएं – कपड़े, मिठाइयाँ, उपहार और सजावट। ऑफ़र्स को देख कर खरीदारी करें, लेकिन अनावश्यक सामान से बचें। बजट तय करें और उसे कड़ाई से पालन करें, ताकि मुँह में पानी नहीं आए और बँटता नहीं रहे।
साथ ही, स्थानीय कारीगरों से खरीदे गए हस्तशिल्प, जुएँ और कढ़ाई वाले कपड़े न सिर्फ़ अनोखे होते हैं, बल्कि भारतीय कला को भी समर्थन देते हैं।
इन छोटे‑छोटे टिप्स को अपनाकर आप दिवाली को परंपरा, सुरक्षा, और आनंद से भरपूर बना सकते हैं। तो तैयार हो जाइए, दीये जलाने, मिठाइयों की खुशबू और खुशी की ध्वनि से घर को रौशन करने के लिए। शुभ दीपावली!
1 नवंबर 2024
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कच्छ, गुजरात में भारत-पाक सीमा के निकट बीएसएफ, सेना, नौसेना और वायुसेना के जवानों के साथ दिवाली मनाई। यह प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला परम्परागत आयोजन है जहां प्रधानमंत्री देश की सुरक्षा में लगे जवानों के त्याग और योगदान की सराहना करते हैं। यह आयोजन देश की सीमा और संप्रभुता की रक्षा में सशस्त्र बलों के महत्व को रेखांकित करता है।
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