डोपिंग: परिभाषा, असर और एंटी‑डोपिंग कदम
डोपिंग शब्द का मतलब है खेल या शारीरिक प्रदर्शन बढ़ाने के लिये दवाइयाँ या इंस्टिट्यूट्स का इस्तेमाल। ये दवाइयाँ अक्सर शरीर को तेज़, ताक़तवर या सहनशक्ति वाली बनाती हैं, पर साथ में कई ठंडे साइड इफ़ेक्ट भी लाती हैं। अगर आप खेल में सेफली आगे बढ़ना चाहते हैं, तो डोपिंग को समझना और उससे बचना जरूरी है।
डोपिंग के प्रकार और स्वास्थ्य पर असर
डोपिंग दो मुख्य रूप से होता है – एनोबॉलिक स्टेरॉयड और स्टिमुलेंट। एनोबॉलिक स्टेरॉयड मांसपेशियों को बढ़ाने में मदद करते हैं, पर लिवर, ह्रदय और हार्मोनल सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकते हैं। स्टिमुलेंट, जैसे एड्रेनॉलिन या कैफ़ीन की बड़ी मात्रा, थकान को ढकते हैं, पर दिल की धड़कन तेज़ कर देते हैं और कभी‑कभी स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ा देते हैं। कुछ एथलीट चाइल्ड पिल्स या हॉर्मोन ब्लॉकर का भी उपयोग करते हैं, जो शरीर के नैचरल हार्मोन को बिगाड़ते हैं।
इन दवाइयों के नकारात्मक असर में स्लीपन डिसऑर्डर, डिप्रेशन, इम्यून सिस्टम कमजोर होना और कभी‑कभी बुखार या रैश शामिल हैं। लंबे समय तक इस्तेमाल करने से किडनी या लिवर फेलियर भी हो सकता है। इसलिए डॉक्टर या कोच से बिना सलाह के कभी भी इनका प्रयोग नहीं करना चाहिए।
एंटी‑डोपिंग प्रक्रिया और भारत में नियम
विश्व स्तर पर एंटी‑डोपिंग एंटी‑डोपिंग एजेंसी (WADA) नियम बनाती है। भारत में बेस्ट एंटी‑डोपिंग एजेंसी (NADA) इन नियमों को लागू करती है। एथलीट को हर एंवन्ट से पहले और बाद में द्रव्य जांच करानी पड़ती है। अगर कोई दवा पॉज़िटिव आती है, तो सजा में सस्पेंशन, जुर्माना या ट्रेडिंग बैन शामिल हो सकते हैं।
एक बात जो अक्सर अनसुनी रहती है, वह है एथलीट का खुद का दायित्व। हर बार सप्लीमेंट खरीदते समय लेबल पढ़ें, पता न हो तो डॉक्टर से पूछें। कई बार उन दवाओं में छोटे‑छोटे डोपिंग एजन्ट होते हैं, जो बिना आपके ज्ञान के टेस्ट में पॉज़िटिव कर देते हैं। अगर आप प्रोफेशनल लेवल पर खेलते हैं, तो अपनी फिटनेस टीम के साथ नियमित एंटी‑डोपिंग वर्कशॉप में हिस्सा लें।
हमारे पास कुछ हाल की खबरें भी हैं जहाँ एंटी‑डोपिंग को लेकर बातचीत चल रही है – जैसे टॉप क्रिकेटर्स और कबड्डी खिलाड़ियों के टेस्ट में अचानक बैन। ये केस बताते हैं कि डोपिंग सिर्फ जिम में नहीं, बल्कि मैदान पर भी बड़ी समस्या है।
सबसे बेहतर तरीका है स्वच्छ रहना। सही डाइट, पर्याप्त नींद, और सही ट्रेनिंग प्लान से आप अपने लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं, बिना किसी जोखिम के। याद रखें, असली जीत तब ही टिकाऊ होती है जब आप अपना स्वास्थ्य बचाए रखें।
29 सितंबर 2024
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विश्व एंटी-डोपिंग एजेंसी (WADA) ने इतालवी टेनिस खिलाड़ी जानिक सिन्नर के मामले में खेल पंचाट न्यायालय (CAS) में अपील दायर की है। स्वतंत्र प्राधिकरण द्वारा निर्दोष घोषित किए जाने के बावजूद, WADA सिन्नर के परिक्षण में क्लोस्टेबोल के सकारात्मक परिणाम के कारण कम से कम एक से दो साल तक की अयोग्यता की मांग कर रहा है। अपील 26 सितंबर 2024 को दायर की गई थी।
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