शिवाजी साटम की पूरी कहानी – कौन हैं ये बहुमुखी कलाकार?
अगर आप टीवी या फ़िल्मों के शौकीन हैं तो ‘शिवाजी साटम’ का नाम आपके दिमाग में घनघोर गूँजता होगा। उन्होंने 90 के दशक में ‘CID’ में इंस्पेक्टर डावोकेन के रोल से घर-घर में पहचान बनाई। लेकिन उनका सफ़र टीवी तक सीमित नहीं रहा, वह बॉलीवुड, मराठी सिनेमा और विज्ञापन में भी कई बार चमके हैं।
शुरुआती ज़िंदग़ी और करियर की शुरुआत
शिवाजी साटम 1950 में मुंबई में जन्मे। शुरुआती पढ़ाई के बाद उन्होंने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ फिजिकल एजुकेशन से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। इंजीनियरिंग करियर की राह छोड़ कर अभिनय की ओर कदम बढ़ाने का फैसला किया। 1970 के दशक में वे मराठी थिएटर में काम करने लगे और धीरे‑धीरे फ़िल्मों की दुनिया में प्रवेश किया। पहला फ़िल्म रोल ‘अँड्रॉइड’ (1986) में मिला, लेकिन उन्हें असली ब्रेक ‘शिवकुमार’ (1990) से मिला, जहाँ उन्होंने साइड रोल निभाया।
‘सीआईडी’ और राष्ट्रीय पहचान
1998 में जब ‘सीआईडी’ ने अपनी पहली कड़ी टीवी पर प्रसारित की, तो शिवाजी साटम ने इंस्पेक्टर डावोकेन का किरदार निभाया। यह किरदार उनके करियर का मील का पत्थर बन गया। हर एपिसोड में उनका दृढ़ और सआन्य चेहरा दर्शकों को आकर्षित करता था। ‘डावोकेन’ बनकर उन्होंने न सिर्फ़ फैंस को दिल जीत लिया, बल्कि कई नई पीढ़ियों को भी प्रेरित किया।
‘सीआईडी’ के कारण उन्हें कई पुरस्कार भी मिले, जैसे कि इंट्रानेशनल टेलिविजन अकादमी अवार्ड्स और ग्रैमी अंतर्वर्ती पुरस्कार। इस शो की सफलता ने उन्हें जुरासिक वेस्ट, जलसाजी और कई मैक्सिकन टेलीविज़न प्रोजेक्ट्स में भी मिलवाया।
बॉलीवुड और मराठी सिनेमा में कदम
टीवी पर पहचान बनने के बाद शिवाजी साटम ने बॉलीवुड में भी कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। ‘फ़िल्म साइट 06’, ‘फ़्लिपिंग वॉर्मली’ और ‘शिंघेकी और श्योरु’ जैसी फ़िल्मों में उन्होंने गहरी इम्प्रेशंस छोड़ीं। मराठी सिनेमा में उनका योगदान बहुत बड़ा है। ‘हांगी खोली’, ‘नोटांत’ और ‘टेफ्ली किंग’ जैसे फ़िल्मों में वह एक ओथलती हुई शक्ति के रूप में दिखे।
उनकी फ़िल्मोग्राफी में लगभग 150 प्रोजेक्ट्स शामिल हैं, जिसमें विज्ञापन, डाक्यूमेंट्री और वॉइसओवर भी शामिल हैं। उनका काम अक्सर सुदृढ़ भूमिका और सहज अभिव्यक्ति के कारण सराहा जाता है।
ताज़ा खबरें और सोशल मीडिया पर उपस्थिति
स्मार्टटेक समाचार पर आप शिवाजी साटम की नई फ़िल्मों, टेलीविज़न शोज़ और इवेंट्स की रियल‑टाइम अपडेट्स पा सकते हैं। हाल ही में उन्होंने एक नई वेब‑सीरीज़ में काम करने की घोषणा की है, जिसका नाम ‘रहस्यमय’ है और यह प्लैटफ़ॉर्म पर जल्द ही आएगा। साथ ही, उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर फैंस को ‘धन्यवाद’ कहा, जिससे उनके दीवाने खुश हो गए।
अगर आप उनके नए प्रोजेक्ट, इंटरव्यू या गैलरी देखना चाहते हैं, तो हमारी वेबसाइट ‘स्मार्टटेक समाचार’ पर जाँचें। यहाँ हर दिन नई जानकारी मिलती है, चाहे वह फ़िल्म रिव्यू हो या टेलीविज़न शो की चर्चा।
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शिवाजी साटम की कहानी एक प्रेरणास्रोत है – तकनीकी शिक्षा से लेकर फिल्मी दुनिया तक, उन्होंने मेहनत और जुनून से अपना रास्ता बनाया। उनके सफ़र की हर नई ख़बर को पढ़ने के लिए ‘स्मार्टटेक समाचार’ पर बने रहें।
6 अप्रैल 2025
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प्रदीप उप्पूर, प्रसिद्ध सीरियल सीआईडी के निर्माता और फायरवर्क्स प्रोडक्शन्स के सह-संस्थापक का 13 मार्च, 2023 को सिंगापुर में कैंसर से निधन हो गया। सीआईडी के प्रमुख अभिनेताओं शिवाजी साटम और नरेंद्र गुप्ता ने उप्पूर को हार्दिक श्रद्धांजलि दी, उनकी उदारता और शो को आकार देने में उनके महत्त्वपूर्ण योगदान की सराहना की। उप्पूर का करियर फिल्म और टेलीविजन में विशिष्ट रहा, जिसमें उन्होंने 'अर्ध सत्य' और 'नेल पोलिश' जैसे अल्पकालिक प्रोजेक्ट्स का निर्माण किया।
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