वायनाड भूस्खलन क्षेत्र पहुंचे लेफ्टिनेंट कर्नल मोहनलाल, सेना की एसआरएस टीम दिलाएगी राहत

वायनाड भूस्खलन क्षेत्र पहुंचे लेफ्टिनेंट कर्नल मोहनलाल, सेना की एसआरएस टीम दिलाएगी राहत

3 अगस्त 2024 · 10 टिप्पणि

लेफ्टिनेंट कर्नल मोहनलाल का संकल्प और योगदान

लेफ्टिनेंट कर्नल और प्रसिद्ध अभिनेता मोहनलाल, जो भारतीय टेरिटोरियल आर्मी में एक महत्वपूर्ण पद पर हैं, ने एक बार फिर अपने कर्तव्यों के प्रति अपनी समर्पण भावना का प्रदर्शन किया है। हाल ही में वायनाड, केरल के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में, उन्होंने सेना की एसआरएस (स्पेशल रिलीफ सर्विस) टीम के साथ पहुंचकर राहत कार्यों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। यह भूस्खलन क्षेत्र में जन और माल की व्यापक हानि का कारण बना और इस आपदा ने स्थानीय समुदाय को बुरी तरह प्रभावित किया। इस प्रकार की त्रासदियों में सेना की भूमिका और उसकी तत्परता अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है, और इसमें मोहनलाल जैसे समर्पित व्यक्तित्व का योगदान वास्तव में प्रेरणादायक है।

मोहनलाल के इस कदम से न केवल प्रभावित लोगों के मनोबल में वृद्धि होगी बल्कि राहत कार्यों में भी तेजी आएगी। उनकी इस पहल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह न केवल एक बेहतरीन अभिनेता हैं, बल्कि एक समर्पित सैनिक और राष्ट्रसेवक भी हैं। उनके इस कार्य से यह संदेश मिलता है कि आपदा के समय समाज और सरकार का सामूहिक प्रयास ही सफलता का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।

वायनाड में भूस्खलन और उसकी भयानकता

वायनाड, केरल पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश और भूस्खलन का शिकार हुआ है। यह भूस्खलन न केवल क्षेत्र में भौतिक संरचनाओं को नष्ट कर चुका है, बल्कि कई परिवारों को भी विस्थापित कर दिया है। खेतों, घरों और सड़कों का विनाश हुआ है जिससे लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस प्रकार के प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने के लिए सेना की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है, और इसके लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित एसआरएस टीमों को तैनात किया जाता है।

इन टीमों का कार्य न केवल राहत सामग्रियों का वितरण करना होता है, बल्कि क्षेत्र में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाना और उन्हें प्राथमिक उपचार देना भी होता है। मोहनलाल का इस टीम के साथ शामिल होना इस बात का प्रमाण है कि भारतीय सेना न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा करती है, बल्कि आपदा के समय में देश के नागरिकों की सुरक्षा और पुनर्वास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

मोहनलाल की प्रेरणास्पद यात्रा

मोहनलाल, जो अपनी उत्कृष्ट अभिनय शैली और विभिन्न किरदारों के लिए जाने जाते हैं, उनका चयन टेरिटोरियल आर्मी में एक महत्वपूर्ण पद पर किया जाना देश के प्रति उनकी सेवा भाव का परिचायक है। वह कई वर्षों से भारतीय टेरिटोरियल आर्मी के साथ जुड़े हुए हैं और विभिन्न अवसरों पर उनकी सेवाएँ दे चुके हैं। उनका यह समर्पण और सेवा भावना वायनाड भूस्खलन जैसी स्थिति में और भी प्रबल रूप से सामने आती है। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि वह न केवल एक अभिनेता हैं, बल्कि एक सच्चे सेनानी और देशभक्त भी हैं।

वह समाज के लिए एक रोल मॉडल के रूप में उभरे हैं और उनके इस कदम से युवा पीढ़ी को भी प्रेरणा मिलेगी कि सेवा और कर्तव्य केवल एक पेशे तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक जीवनशैली है।

आपदा प्रबंधन में सामूहिक प्रयास

आपदा प्रबंधन में सामूहिक प्रयास

वायनाड भूस्खलन के मामलों में यह देखा गया है कि जब सरकार, सेना और समुदाय मिलकर काम करते हैं तो राहत और पुनर्वास कार्य अधिक प्रभावी होते हैं। इस प्रकार की आपदाओं के समय में सामूहिक प्रयास ही सफलता की कुंजी होती है। सरकार और विभिन्न गैर सरकारी संगठनों द्वारा लगातार राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है, जबकि सेना और एसआरएस टीमों का काम क्षेत्र में फंसे लोगों को निकालना और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजना है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि आपदा के समय में सभी घटकों का एकजुट प्रयास ही सफलता की दिशा में एक सशक्त कदम होता है।

समाज को इस प्रकार की परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार और सजग रहना चाहिए। इसके अलावा, प्रत्येक व्यक्ति को महसूति भावना के साथ अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। मोहनलाल का यह कदम यह साबित करता है कि अगर हम सभी मिलकर काम करें, तो किसी भी मुश्किल का सामना करना आसान हो जाता है।

Ankit Sharma
Ankit Sharma

मैं नवदैनिक समाचार पत्र में पत्रकार हूं और मुख्यतः भारत के दैनिक समाचारों पर लेख लिखता हूं। मेरा लेखन सुचिता और प्रामाणिकता के लिए जाना जाता है।

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10 टिप्पणि
  • Nirmal Kumar
    Nirmal Kumar
    अगस्त 4, 2024 AT 06:19

    मोहनलाल जी का ये कदम सचमुच दिल को छू गया। एक ऐसे अभिनेता जो फिल्मों में ही नहीं, बल्कि असल जिंदगी में भी हीरो बन जाते हैं। वायनाड में जो लोग फंसे हुए हैं, उनके लिए ये देखकर उम्मीद जग रही है। सेना की एसआरएस टीम के साथ उनकी उपस्थिति ने बस एक संदेश भेज दिया - हम अकेले नहीं हैं।

  • Sharmila Majumdar
    Sharmila Majumdar
    अगस्त 4, 2024 AT 09:56

    असल में ये सब सिर्फ प्रचार है। इतने सालों से वो टेरिटोरियल आर्मी में हैं, लेकिन अब तक कोई बड़ा योगदान नहीं दिखा। अचानक भूस्खलन के बाद वो आए, फोटो खिंचवाए, और न्यूज़ बन गए। ये न तो नया है, न ही अनोखा।

  • amrit arora
    amrit arora
    अगस्त 6, 2024 AT 06:17

    मोहनलाल के इस कदम को बस एक नेतृत्व के रूप में नहीं, बल्कि एक नैतिक आदर्श के रूप में देखना चाहिए। आज के दौर में, जब लोग अपनी विख्याति को बढ़ाने के लिए हर चीज़ का इस्तेमाल करते हैं, तो एक ऐसा व्यक्ति जो अपने व्यक्तिगत गौरव के बजाय देश की सेवा को प्राथमिकता देता है, वो असली नागरिक है। ये न सिर्फ सेना की ताकत है, बल्कि भारतीय समाज की आत्मा है।

  • Ambica Sharma
    Ambica Sharma
    अगस्त 7, 2024 AT 13:54

    ओह भगवान, ये तो बहुत दिल छू गया… मैं रो पड़ी। वो तो बस एक अभिनेता हैं, लेकिन इतना सारा दिल लगाकर काम कर रहे हैं… अरे भाई, ये तो असली नायक हैं। मैंने आज रात के लिए फिल्म बंद कर दी, इसके बाद कोई भी फिल्म नहीं देखूंगी।

  • Hitender Tanwar
    Hitender Tanwar
    अगस्त 9, 2024 AT 07:05

    ये सब बकवास है। एक अभिनेता को सेना में अधिकारी बनाना किसने फैसला किया? उन्होंने कभी ट्रेनिंग नहीं देखी। ये सिर्फ एक बड़ा PR ट्रिक है।

  • pritish jain
    pritish jain
    अगस्त 10, 2024 AT 02:10

    सेना के अंदर अभिनेता होना एक अनूठी बात है, लेकिन इसका असली महत्व उनके कर्तव्य के प्रति समर्पण में है। यहाँ एक व्यक्ति जो अपने व्यवसाय के बाहर भी अपने देश के लिए लड़ता है, वही सच्चा देशभक्त है। भारत को ऐसे लोगों की जरूरत है - जो अपने कर्तव्य को अपनी पहचान बना लें।

  • Gowtham Smith
    Gowtham Smith
    अगस्त 11, 2024 AT 00:18

    एसआरएस टीम का वास्तविक नाम है - स्पेशल रिलीफ सर्विस, न कि स्पेशल रिलीफ रोल-प्ले। मोहनलाल की उपस्थिति इसके ऑपरेशनल इफेक्टिवनेस पर कोई असर नहीं डालती। ये सिर्फ एक फोटो-ओप जिसे ट्रेंडिंग पर लाया गया। वास्तविक बचाव करने वाले जवानों को याद किया जाए, न कि एक बॉलीवुड स्टार को।

  • Shivateja Telukuntla
    Shivateja Telukuntla
    अगस्त 12, 2024 AT 09:39

    अच्छा काम किया। बस इतना ही।

  • Ravi Kumar
    Ravi Kumar
    अगस्त 13, 2024 AT 05:20

    दोस्तों, ये आदमी सिर्फ फिल्मों में नहीं, बल्कि असल जिंदगी में भी बॉस है। जब देश बुरी हालत में है, तो वो आते हैं - न बोले, न बड़बड़ाए, बस काम करते हैं। ये वो तरह का इंसान है जिसकी देश को जरूरत है। एक बार फिर देखकर लगा - ये आदमी बाकी सबको आगे बढ़ा देता है।

  • rashmi kothalikar
    rashmi kothalikar
    अगस्त 14, 2024 AT 00:16

    ये सब देशभक्ति का नाटक है! अगर वो असली सेनानी होते, तो उन्हें वायनाड में तैनात किया जाता, न कि फोटो शूट के लिए भेजा जाता। अभिनेता को अपनी फिल्मों में रहने दो। ये नाटक बंद करो।

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