दिल्ली में बारिश जारी, पीएम मोदी की दशहरा यात्रा रद्द, IMD ने पीला अलर्ट जारी

दिल्ली में बारिश जारी, पीएम मोदी की दशहरा यात्रा रद्द, IMD ने पीला अलर्ट जारी

3 अक्तूबर 2025 · 4 टिप्पणि

जब भारत मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि शहर में लगातार बारिश रहेगी, तो सभी ने जलवायु के साथ ही राजनीति में भी हलचल देखी। दिल्ली में 3 अक्टूबर, 2025 को होने वाले हल्के‑मध्यम बवंडर‑बारिश के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की दशहरा समारोह में भागीदारी रद्द करनी पड़ी। इस बीच, दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हल्की‑तेज़ बूँदों के साथ बिजली‑गरज, 40 किमी/घंटा तक की तेज़ हवा और धुंधली शामें देखने को मिलीं।

पश्चिमी धुलाई (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) का प्रभाव

वेस्टर्न डिस्टरबेंस, जो भूमध्यसागर से उत्तर‑भारतीय सीमा की ओर बढ़ रहा था, ने इस साल अक्टूबर में पहले ही कई बार हल्की‑बारिश ला दी थी। इस बार, 2 अक्टूबर की रात को शुरू हुई फ्रंट ने दिल्ली को गुरुवार, 2 अक्टूबर से ही जलवायु‑हलचल में डाल दिया। इस कारण जब दसरह के धूमधाम भरे मेले चल रहे थे, तो आसमान बादलों से घिर गया और बिखरती बूँदों ने इभेंट को बाधित कर दिया।

दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश के आँकड़े

गुरुवार की शाम तक कई जगहों में अलग‑अलग मात्रा में वर्षा हुई। सबसे अधिक बारिश पिटामपुरा में 20 मिलीमीटर दर्ज की गई, वहीं रिड्ज़ में 15.4 मिलीमीटर, जनकपुरी में 19 मिलीमीटर रिकॉर्ड हुईं। सफ़दरजंग मौसम स्टेशन ने 8:30 PM तक कुल 14 मिलीमीटर बारिश बताई। अन्य स्थानों में पॉलाम (8.6 mm), अयनागर (2 mm), पुजा (6.5 mm), मयूर विहार (10 mm) और लोड़ी रोड (केवळ बूंदाबांदी) के आंकड़े सामने आए।

दशहरा समारोह रद्द, राजनीतिक असर

गुरुवार शाम को हुई अचानक बारिश ने दशहरा समारोहदिल्ली को बाधित कर दिया। उत्तर पूर्वी दिल्ली के इंद्रप्रस्थ रामलीला कमेटी ने आधिकारिक रूप से घोषणा की कि प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को रद्द किया गया, क्योंकि जलभरी सड़कों और मौसमी असुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा खतरा बढ़ गया था। गृह मंत्री अमित शाह की भी समान निर्णय पर जाना पड़ता रहा। यह अनिवार्य रद्दीकरण राष्ट्रीय स्तर की सुरक्षा और नागरिकता के सवालों को फिर से उठाता है—क्या बड़े सार्वजनिक कार्यक्रमों को मौसमी जोखिमों के आधार पर पूर्वसूचना देना चाहिए?

परिवहन और विमानन पर असर

परिवहन और विमानन पर असर

बारिश ने सिर्फ रीतियों को ही नहीं, बल्कि दिल्ली की रोज़मर्रा की ज़िंदगी को भी प्रभावित किया। ट्रैफ़िक पुलिस ने ज़खीरा रेलवे अंडरपास (रोड नंबर 40) पर जलभवन की चेतावनी दी और यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग—जैसे चौधरी नहर सिंह मार्ग और केडी चौक—पर जाने का सुझाव दिया। एयरलाइनों ने भी अपने शेड्यूल में बदलाव किया। इंडिगो ने कहा कि लगातार बौछार और तूफ़ानी स्थिति के कारण उड़ानों में देरी हो सकती है, जबकि स्पाइसजेट और एयर इंडिया ने भी संभावित रद्दीकरण या समय समायोजन की सूचना जारी की।

हवा की गुणवत्ता और भविष्य की भविष्यवाणी

बारिश की एक अच्छी बात यह है कि यह दिल्ली के खराब प्रदूषण को धोने में मदद करती है। केंद्र के एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम ने कहा कि अगले दो दिनों में ए़क्यूआई (AQI) ‘संतोषजनक’ श्रेणी तक पहुँचने की संभावना है। इस बीच, IMD ने अगले दो दिनों—5 और 6 अक्टूबर—के लिए हल्की‑से‑मध्यम बारिश के साथ तेज़ हवा (30‑50 km/h) की भविष्यवाणी की है। 7 अक्टूबर तक मौसम थोड़ा ठंडा रहेगा, लेकिन बार‑बार बवंडर‑बारिश की संभावना बनी रहेगी।

मुख्य बिंदु

  • IMD ने दिल्ली में पीला अलर्ट जारी किया, हल्की‑मध्यम बवंडर‑बारिश की चेतावनी दी।
  • पिटामपुरा में सर्वाधिक 20 mm बारिश, सफ़दरजंग में 14 mm दर्ज।
  • दशहरा समारोह रद्द, प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की भागीदारी नहीं हुई।
  • सड़कों पर जलभरण, विमानन में संभावित देरी और रद्दीकरण।
  • बारिश से AQI में सुधार, अगले दो दिनों में 30‑50 km/h की तेज़ हवा की संभावना।
Frequently Asked Questions

Frequently Asked Questions

बारिश से दिल्ली के ट्रैफ़िक पर क्या असर पड़ेगा?

मुख्य राजमार्गों और अंडरपास में जलभरण की संभावना है, विशेषकर ज़खीरा रेलवे अंडरपास पर। ट्रैफ़िक पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग जैसे चौधरी नहर सिंह मार्ग और केडी चौक का उपयोग करने की सलाह दी है। इस कारण कई बस और मेट्रो की सेवाओं में अस्थायी व्यवधान हो सकता है।

दशहरा समारोह रद्द होने से किसे सबसे अधिक नुकसान हुआ?

स्थानीय व्यापारियों और सांस्कृतिक कलाकारों को सबसे अधिक आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा, क्योंकि समारोह से मिलने वाला भीड़‑भाड़ उनका मुख्य आय स्रोत है। साथ ही, सुरक्षा स्क्वाड और लॉजिस्टिक टीमों की तैयारी भी व्यर्थ गई।

बारिश के बाद दिल्ली की वायु गुणवत्ता कितनी सुधरेगी?

एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के अनुसार, लगातार बारिश के कारण PM2.5 स्तर में उल्लेखनीय गिरावट आएगी और AQI ‘संतोषजनक’ (0‑50) श्रेणी में पहुँच सकता है। हालांकि, ठंडे मौसम में धूँआ के उठने का जोखिम अभी भी बना रहेगा।

अगले दो दिनों में मौसम कैसा रहेगा?

IMD ने बताया कि 5 अक्टूबर को हल्की‑बारिश और तूफ़ानी हवाओं की संभावना है, जबकि 6 अक्टूबर में थोड़ा अधिक बारिश के साथ 30‑50 km/h की तेज़ हवा चल सकती है। 7 अक्टूबर तक मौसम थोड़ा ठंडा हो जाएगा, लेकिन फिर भी बवंडर‑बारिश के चक्र की संभावना बरकरार रहेगी।

Ankit Sharma
Ankit Sharma

मैं नवदैनिक समाचार पत्र में पत्रकार हूं और मुख्यतः भारत के दैनिक समाचारों पर लेख लिखता हूं। मेरा लेखन सुचिता और प्रामाणिकता के लिए जाना जाता है।

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4 टिप्पणि
  • Pinki Bhatia
    Pinki Bhatia
    अक्तूबर 3, 2025 AT 06:28

    बारिश की वजह से कई लोग परेशान हैं, लेकिन इतना देखना चाहिए कि जल निर्भरता कम हो रही है। गीले रास्तों पर फिसलने से बचना ज़रूरी है, इसलिए सफ़र के समय सतर्क रहें। दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार हो रहा है, यह एक सकारात्मक संकेत है। आशा है कि आगामी दो दिन भी धुंधली नहीं होंगी।

  • NARESH KUMAR
    NARESH KUMAR
    अक्तूबर 3, 2025 AT 07:51

    बारिश के साथ ही दवाओं की खटाई भी लग रही है! 🌧️

  • Purna Chandra
    Purna Chandra
    अक्तूबर 3, 2025 AT 09:15

    विपुल वेस्टर्न डिस्टरबेंस का प्रादुर्भाव, जलवायु विज्ञान के अध्येताओं द्वारा एक अद्भुत प्रयोगशाला माना जाता है।
    दिल्ली के मौसमी परिदृश्य में इस बार का बवंडर‑बारिश, केवल क्षणिक शौच नहीं, बल्कि एक गहन पर्यावरणीय नाट्य है।
    भौगोलिक तंतु का यह मिश्रण, पिटामपुरा से लेकर पॉलाम तक, समान रूप से जलधारा का बहाव उत्पन्न करता है।
    अधिकतम 20 mm की वर्षा, स्थानीय जलरोधकों को अप्रत्याशित रूप से सक्रिय कर देती है।
    इसी कारण फुर्सत में घूम रहे नागरिक, अब जलजकड़ में फँसे हुए पाते हैं अपने पैर।
    परंतु, इस स्योजनात्मक बौछार के बाद वायुमंडल में PM2.5 घटन का नाटकीय अवतरण स्पष्ट हो जाता है।
    आधुनिक एयर क्वालिटी मॉनिटर ने दर्ज किया है कि AQI स्तर ‘संतोषजनक’ अभिगमन के कगार पर पहुँच गया है।
    राजनीतिक दिग्गजों को इस मौसमी अनियमितता ने असहज कर दिया, क्योंकि दशहरा समारोह का रद्द होना अनिवार्य हो गया।
    यह रद्दीकरण, सार्वजनिक सुरक्षा के प्रोटोकॉल में एक नई दिशा की भी नींव रखता है।
    जबकि इण्डिगो और एयर इंडिया जैसी एयरलाइनें, वायुगतिकीय बाधाओं को पार करने में चुनौतियों का सामना कर रही हैं।
    वास्तव में, इस जलवायु अस्थिरता का एक अदृश्य पक्ष यह है कि यह मौसमी खेती को भी प्रभावित कर सकता है।
    कुआं, तालाब और नालियों में जमा जल, अग्नि‑संकट के समय उपयोगी संसाधन बन सकता है।
    पर्यावरणविद् इस बात पर सहमत होते हैं कि ऐसी अनपेक्षित वर्षा, जलचक्र के पुनर्संतुलन में सहायक होती है।
    समग्रतः, इस बवंडर‑बारिश ने दिल्ली के सामाजिक, आर्थिक और वैज्ञानिक ताने‑बाने में नई प्रतिताएँ उभारी हैं।
    भविष्य की भविष्यवाणियों में कहा गया है कि अगले दो दिनों में हल्की‑बारिश और तेज़ हवा, फिर भी मौसमी चक्र को जारी रखेगी।
    अतः, नागरिकों को चाहिए कि वे इस अनिश्चित वायुमंडल में विवेक से कार्य करें, न कि केवल संज्ञानात्मक आशंकाओं से।

  • Mohamed Rafi Mohamed Ansari
    Mohamed Rafi Mohamed Ansari
    अक्तूबर 3, 2025 AT 10:38

    समुदाय के लिये यह जानकारी उपयोगी है। हालांकि, दिनभर की बारिश ने ट्रैफ़िक को बारीकी से प्रभावित किया है। नागरिकों को वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी जानी चाहिए। आगामी दिन में भी सतर्क रहना जरूरी है।

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