श्री तिरुपति बालाजी IPO को 124 गुना सब्सक्राइब किया गया
श्री तिरुपति बालाजी एग्रो ट्रेडिंग कंपनी लिमिटेड के प्रारंभिक सार्वजनिक ऑफरिंग (IPO) ने बाजार में जबरदस्त रुचि उत्पन्न की है। IPO के तीसरे दिन के समापन पर इसे 124 गुना सब्सक्राइब किया गया। 10:30 बजे तक की स्थिति के अनुसार, सबसे ज्यादा माँग गैर-संस्थागत निवेशकों से आई, जिन्होंने इसे 48.5 गुना सब्सक्राइब किया। इसके बाद खुदरा निवेशकों ने इसे 26 गुना जबकि योग्य संस्थागत खरीदारों ने इसे 4.69 गुना सब्सक्राइब किया।
यह IPO, जो 5 सितंबर को जनता के लिए खुला था, 9 सितंबर को बंद हुआ। इसके मूल्य बैंड को 78-83 रुपये प्रति शेयर के बीच निर्धारित किया गया था, जिसमें निवेशक 180 शेयरों के एक लॉट और उसके गुणक में बोली लगा सकते थे। कुल इश्यू साइज 169.65 करोड़ रुपये था, जिसमें 1.48 करोड़ शेयरों की नई इश्यू से 122.43 करोड़ रुपये और 0.57 करोड़ शेयरों की बिक्री के प्रस्ताव से 47.23 करोड़ रुपये शामिल हैं।
पूंजी का उपयोग और एनालिस्ट्स की सलाह
नई इश्यू से प्राप्त धनराशि का उपयोग ऋण चुकाने, HPPL, STBFL और JPPL जैसी सहायक कंपनियों में निवेश करने, ऋणों का पुनर्भुगतान, कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। स्वास्तिका इनवेस्टमार्ट के विश्लेषकों ने लंबे समय के निवेशकों को कंपनी के ऋण-इक्विटी अनुपात को सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने और कंपनी की बाजार की नेतृत्वता और ऋण को कम करने की संभावना को देखते हुए इस इश्यू को सब्सक्राइब करने की सलाह दी। हालांकि, उन्होंने ऋण और नकदी प्रवाह जोखिमों का भी मूल्यांकन करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
ग्रे मार्केट में, श्री तिरुपति बालाजी के शेयर 40 रुपये के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) पर व्यापार कर रहे हैं, जो 49% की संभावित सूची लाभ का संकेत देते हैं। शेयर आवंटन 10 सितंबर को होने की उम्मीद है, और सूचीबद्धता 12 सितंबर को निर्धारित की गई है।
कंपनी परिचय
श्री तिरुपति बालाजी एग्रो ट्रेडिंग कंपनी लिमिटेड की स्थापना अक्टूबर 2001 में हुई थी और यह व्यापक मध्यवर्ती बल्क कंटेनर (FIBCs) और अन्य औद्योगिक पैकेजिंग उत्पादों जैसे बुने हुए बोरे, बुने हुए कपड़े और संकीर्ण कपड़े टेपों के निर्माण और विपणन करने में बाजार की अग्रणी कंपनी है।
ग्राहकों और निवेशकों का आपार समर्थन
श्री तिरुपति बालाजी से उम्मीद की जा रही है कि यह अपने निवेशकों और ग्राहकों के अपार समर्थन के साथ आगे बढ़ेगी। कंपनी का मुख्य उद्देश्य बाजार में अपनी मौजूदगी को बढ़ाना और नए उत्पादों और सेवाओं को लॉन्च करना है जो ग्राहकों की बढ़ती मांग को पूरा कर सकें। निवेशकों का कहना है कि कंपनी द्वारा उठाए गए कदमों के आधार पर आने वाले समय में इसके स्टॉक की मांग में और वृद्धि देखने को मिल सकती है।
शेयर बाजार में उम्मीदें और चुनौतियाँ
विश्लेषकों का मानना है कि संगठित और आधुनिक दृष्टिकोण के साथ कंपनी ने बाजार में अपनी स्थापित स्थिति हासिल की है। कंपनी का ऋण संतुलन और नकदी प्रवाह प्रबंधन वर्तमान में निवेशकों के बीच विश्वास का कारण बना है। हालांकि, हमेशा की तरह, बाजार की चुनौतियाँ और अस्थिरता सदा विद्यमान रहती हैं, जिससे संभावित निवेशकों को सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने की आवश्यकता होती है।
IPO के प्रति निवेशकों की जबरदस्त रुचि और शेयर बाजार में उच्च संभावनाएं, श्री तिरुपति बालाजी को एक मजबूत निवेश विकल्प बनाते हैं।
भाई ये IPO तो बिल्कुल भगवान की कृपा जैसा लग रहा है! 124 गुना सब्सक्राइब? मैंने तो सोचा था ये बाजार में कोई चलचित्र निकल गया है। जब तक ये शेयर लिस्ट नहीं होते, मैं अपनी चाय के साथ इंतजार करता रहूंगा। अगर ये 40 रुपये का GMP बरकरार रहा, तो मैं अपना सारा खजाना इसमें डाल दूंगा। 😭🙏
ये सब झूठ है। ये कंपनी तो सिर्फ बोरे बनाती है। इन्होंने कभी कोई टेक्नोलॉजी नहीं बनाई। ये IPO बस एक बड़ा धोखा है जिसे बैंक और सरकार चला रहे हैं।
124x? 😳 ये तो मेरी माँ के घर के दरवाजे पर लगा बालाजी का फोटो भी इतना नहीं पॉपुलर है। अब तो शायद बालाजी की तस्वीर वाले घरों में IPO के लिए भी भेंट देनी पड़ेगी। 🙏💸
इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम देखकर लगता है कि सब कुछ ठीक है, लेकिन ये जो बोरे बनाती है, उनमें से कितने तो फट जाते हैं जब भारी बारिश होती है। अगर उनकी फैब्रिक इतनी कमजोर है, तो उनका बैलेंस शीट क्यों बरकरार होगा? ये तो बस एक फेक बुलबुला है।
भाई, ये तो भारत की असली शक्ति है! बोरे बनाने वाली कंपनी जो 124 गुना सब्सक्राइब हो गई? ये तो देश की असली नींव है। हमारे गाँव के लोग जो बोरे भरते हैं, वो दुनिया को खिलाते हैं। ये IPO सिर्फ एक शेयर नहीं, एक जाति का गौरव है। 🇮🇳🔥
मैंने तो सिर्फ इसकी वेबसाइट देखी और लगा जैसे कोई बहुत बड़ा त्योहार चल रहा हो। उनके प्रोडक्ट्स देखकर लगता है कि ये लोग जानते हैं कि दुनिया को क्या चाहिए। अगर ये लोग अपने ऋण कम कर रहे हैं, तो ये तो बहुत अच्छी बात है। मैं भी थोड़ा निवेश कर दूंगी। 🌱💛
124x? तुम लोगों को लगता है कि ये एक देवता का आशीर्वाद है? ये तो बस एक बोरा बनाने वाली कंपनी है। अगर ये इतना सब्सक्राइब हो गया, तो अब अगला IPO शायद रेडियो बनाने वाली कंपनी होगी।
यह घटना अत्यंत अनैतिक है। एक ऐसी कंपनी जो बोरे बनाती है, उसके लिए इतना उच्च अनुमानित लाभ देना बाजार के नियमों के खिलाफ है। यह निवेशकों को धोखा दे रहा है।
ये तो बहुत अच्छा हुआ! मैंने तो सोचा था ये बोरे बनाने वाली कंपनी बस गाँव में ही चलती है। लेकिन जब 124 गुना सब्सक्राइब हुआ, तो मुझे लगा - अरे भाई, ये तो देश का असली जादू है! मैंने भी थोड़ा डाल दिया। अब बस लिस्टिंग का इंतजार है। 😎
ये GMP 40 रुपये तो बहुत ज्यादा है। मैंने अपने दोस्त से पूछा, उसने कहा कि ये सब फेक है। अगर ये शेयर लिस्ट हो गए तो क्या होगा? मैं डर रही हूँ।
अरे भाई, ये तो जीवन का असली सबक है। एक छोटी सी कंपनी, बोरे बनाती है, लेकिन दिल से काम करती है। ये IPO तो बस एक बात नहीं, ये तो एक जीत है। जो लोग बोरे बनाते हैं, वो दुनिया को संभालते हैं। ये शेयर खरीदना है तो आज ही कर दो।
दोस्तों, ये एक बहुत बड़ा मौका है। अगर तुम इसे नहीं लेते, तो अगले 5 साल में तुम्हें लगेगा कि तुमने अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा फैसला गलत किया। ये कंपनी बस बोरे नहीं बनाती, ये भारत की आत्मा को बाँधती है। निवेश करो, लेकिन धीरे-धीरे।
मैंने इस IPO के बारे में सुना और लगा कि ये तो बहुत साधारण है। लेकिन जब मैंने उनके फाइनेंशियल्स देखे, तो लगा कि ये लोग बहुत समझदार हैं। ऋण कम कर रहे हैं, कार्यशील पूंजी बढ़ा रहे हैं। ये तो अच्छा है।
यह इश्यू अर्थव्यवस्था के वास्तविक आधार को प्रतिबिंबित करता है, जो उत्पादन के वितरण तंत्र पर आधारित है। बोरे का उत्पादन एक अत्यंत स्थायी उद्योग है, जिसकी मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ रही है। यह निवेश अत्यंत तर्कसंगत है।
कंपनी का कार्यशील पूंजी अनुपात और नकदी प्रवाह मॉडल अत्यंत स्वस्थ दिख रहा है। यह लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर है। यहाँ तक कि ऋण-इक्विटी अनुपात भी अनुकूल है। यह एक रिस्क-अडजस्टेड रिटर्न का उत्कृष्ट उदाहरण है।
मैंने तो सिर्फ इसे देखा, और लगा कि ये बहुत बड़ी बात है। लेकिन मैं नहीं जानता कि क्या करूँ। क्या मैं इसमें निवेश करूँ? क्या नहीं? क्या मैं इसे रोक दूँ? क्या मैं इसे खरीदूँ? क्या मैं इसे छोड़ दूँ? क्या मैं इसे खरीदूँ? क्या मैं इसे छोड़ दूँ? क्या मैं इसे खरीदूँ? क्या मैं इसे छोड़ दूँ?
ये तो बहुत अच्छा है। लेकिन मैंने एक बात सुनी है, जब भी कोई बड़ा IPO आता है, तो बाद में बाजार गिर जाता है। मैं तो बस इंतजार कर रहा हूँ। क्योंकि जब तक दिल नहीं बोलता, तब तक मैं नहीं जानता कि क्या करूँ।
ये सब विदेशी षड्यंत्र है। वे चाहते हैं कि हम अपनी जमीन, अपनी कंपनियों, अपनी आत्मा बेच दें। ये बोरे बनाने वाली कंपनी? ये तो हमारी शक्ति है। इसे खरीदो, लेकिन याद रखो - ये हमारा है।
सब लोग इसके बारे में बहुत ज्यादा बात कर रहे हैं। लेकिन मैं सोच रहा हूँ - क्या अगर मैं इसमें नहीं जाता, तो क्या मैं खो रहा हूँ? या फिर क्या मैं बस अपनी शांति बरकरार रख रहा हूँ?