भारत ने नागरिकों को दी सीरिया छोड़ने की चेतावनी, बढ़ते गृह युद्ध के चलते नई यात्रा सलाह जारी

भारत ने नागरिकों को दी सीरिया छोड़ने की चेतावनी, बढ़ते गृह युद्ध के चलते नई यात्रा सलाह जारी

7 दिसंबर 2024 · 0 टिप्पणि

सीरिया के गृह युद्ध के बीच भारतीय नागरिकों के लिए यात्रा अलर्ट

भारत के विदेश मंत्रालय ने सीरिया की यात्रा को लेकर एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। मिडिल ईस्ट के इस युद्धग्रस्त देश में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं, जिससे सीरिया में रहने वाले भारतीय नागरिकों को तत्काल देश छोड़ने की सलाह दी गई है। यह चेतावनी उस समय आई है जब विद्रोही समूह, हयात तहरीर अल-शाम (HTS) द्वारा किये गये एक जोरदार आक्रमण के बाद सीरिया के कुछ प्रमुख शहर विद्रोहियों के नियंत्रण में आ गए हैं। इनमें अलेप्पो और हमा जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं, जो क्रमशः सीरिया का सबसे बड़ा और चौथा सबसे बड़ा शहर हैं। इस विद्रोही समूह का उद्देश्य होम्स जनता और अंततः दमिश्क तक आगे बढ़ना है, जहां राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार का केंद्र है।

भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए विशेष निर्देश

विदेश मंत्रालय का कहना है कि सीरिया में लगभग 90 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से 14 विभिन्न संयुक्त राष्ट्र संस्थानों में कार्यरत हैं। वहां स्थित भारतीय दूतावास को सलाह दी गई है कि वह सीरिया में रह रहे उनके नागरिकों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखें, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे दूतावास के आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर (+963 993385973) और ईमेल ([email protected]) के माध्यम से संपर्क में रहें।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जैसवाल ने कहा, "हमने सीरिया के उत्तर में हाल ही में बढ़े हिंसात्मक संघर्ष का गहनता से ध्यान दिया है। हम निकट से इस स्थिति का अनुगमन कर रहे हैं... हमारी मिशन हमारी नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्परता से संपर्क में है।" संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि यह संघर्ष 27 नवंबर से शुरू हुआ है और इसने अब तक लगभग 3,70,000 लोगों को विस्थापित कर दिया है।

निकासी का आदेश और चुनौतियां

सीरिया में भारतीय नागरिकों के लिए सबसे बड़ी चुनौती वहां से सुरक्षित निकलने की है। भारत सरकार ने यह सलाह दी है कि वहां बसे भारतीय नागरिक अति सावधानी बरतें, और अगर वे तुरंत सीरिया नहीं छोड़ सकते तो अपनी गतिविधियों को अधिकतम संभव सीमा तक सीमित रखें। सीरिया में जारी इस गृह युद्ध से स्थिति दिन प्रतिदिन और भी भयावह हो रही है, जहाँ सेना और विद्रोही गुटों के बीच संघर्ष अविरल रूप से जारी है।

सीरिया में मौजूदा हालात और भारतीय सरकार की रणनीति

सीरिया में मौजूदा हालात और भारतीय सरकार की रणनीति

सीरिया की राजधानी दमिश्क में स्थिति काफी हद तक सरकार के नियंत्रण में है, लेकिन अन्य क्षेत्र कठिनाई में हैं। भारत सरकार ने पहले भी ऐसे संकट स्थितियों में कार्यरत नागरिकों की सुरक्षा हेतु विशेष कदम उठाए हैं, और इस बार भी ऐसे ही कदम उठाए जा रहे हैं। भारतीय दूतावास सहित स्थानीय सुरक्षा बलों से भी सुरक्षा की जानकारी ली जा रही है।

विद्रोही समूह HTS को उत्तरी सीरिया में मिले समर्थन और उनके निरंतर आक्रमण के चलते स्थिति और भी बदतर हो गई है। हालाँकि, सीरियाई सरकार ने विद्रोहियों को पीछे हटाने के लिए अपनी सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है। इन संघर्षों के कारण स्थानीय लोग भी भारी संकट में हैं। स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए, भारतीय नागरिकों के लिए यह एक गंभीर चेतावनी है कि वे जल्द से जल्द अपनी सुरक्षित निकासी की योजना बनाएं।

भारत सरकार के प्रयास और वैश्विक समर्थन

सीरिया में बिगड़ती परिस्थितियों को देखते हुए, भारत सरकार के प्रयास इस दिशा में हैं कि वे अपने नागरिकों को सुरक्षित रूप से स्वदेश वापस ला सकें। भारतीय अधिकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ भी संपर्क में हैं ताकि सीरिया में रह रहे लोगों की मदद की जा सके। गृह युद्ध के उग्र रूप धारण करने के कारण विभिन्न देशों द्वारा राहत सामग्री और मानवीय सहायता के प्रयास भी जारी हैं।

इन संकटमय परिस्थितियों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें सुरक्षित निकालना भारत सरकार का प्राथमिक उद्देश्य है। इसका एकमात्र लक्ष्य है कि हर भारतीय नागरिक अपने परिवार और देश की सुरक्षित छांव में वापस लौट सके जो वर्तमान समय में सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है। सीरिया में हालात कब सामान्य होंगे यह कहना कठिन है, लेकिन हर सम्भव कोशिश है कि अधिक से अधिक लोगों को वक्त रहते सुरक्षित निकाला जा सके।

रोहित चतुर्वेदी

रोहित चतुर्वेदी

मैं नवदैनिक समाचार पत्र में पत्रकार हूं और मुख्यतः भारत के दैनिक समाचारों पर लेख लिखता हूं। मेरा लेखन सुचिता और प्रामाणिकता के लिए जाना जाता है।

समान पोस्ट

एक टिप्पणी लिखें