प्रो कबड्डी लीग 2024: पूरी स्क्वाड और खिलाड़ियों की जानकारी

प्रो कबड्डी लीग 2024: पूरी स्क्वाड और खिलाड़ियों की जानकारी

16 अगस्त 2024 · 19 टिप्पणि

प्रो कबड्डी लीग 2024: एक रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक सीजन

प्रो कबड्डी लीग (PKL) का 11वां सीजन अक्टूबर 2024 में शुरू होने जा रहा है। यह लीग लॉकडाउन और महामारी के प्रभाव से उबरने के बाद फिर से अपने करावन फॉर्मेट में लौट रही है। इस सीजन में कुल बारह टीमें भाग लेंगी, जिनमें बेगंल वारियर्स, बेंगलुरु बुल्स, दबंग दिल्ली के.सी., गुजरात जायंट्स, हरियाणा स्टीलर्स, जयपुर पिंक पैंथर्स, पटना पाइरेट्स, पुणेरी पलटन, तमिल थलाइवाज, तेलुगु टाइटन्स, यू मुम्बा और यूपी योद्धा शामिल हैं। दर्शकों को एक बार फिर से विभिन्न घरेलू स्टेडियमों में रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे।

संभावनाओं का सीजन

इस सीजन में जयपुर पिंक पैंथर्स बतौर डिफेंडिंग चैंपियन उतरेंगे और उनसे उम्मीदें भी काफी ज्यादा होंगी। दूसरी ओर, बाकी टीमें बी अपनी काबिलियत दिखाने के लिए पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरेंगी। इस बार के पीकेएल नीलामी में सभी टीमों ने अपने-अपने स्क्वाड को अंतिम रूप दे दिया है, जिसमें कुछ पुराने खिलाड़ियों को बनाए रखा गया है और कुछ नए खिलाड़ियों को खरीदा गया है।

टीमें और उनके महत्वपूर्ण खिलाड़ी

बेगंल वारियर्स ने अपने महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में मल्टी-पॉइंट रेडर को शामिल किया है, जबकि बेंगलुरु बुल्स ने अपने डिफेंस को मजबूत बनाया है। दबंग दिल्ली ने अपने अनुभवी ऑलराउंडर को बनाए रखा है और गुजरात जायंट्स ने अपने रेडिंग विभाग में सुधार किया है।

हरियाणा स्टीलर्स ने अपने मुख्य डिफेंडर को रिटेन किया है, वहीं पटना पाइरेट्स ने अपने स्टार रेडर को टीम में बरकरार रखा है। पुणेरी पलटन ने अपने अनुभवी डिफेंडर को फिर से खरीद लिया है और तमिल थलाइवाज ने अपने युवा खिलाड़ी को प्रमोट किया है।

दर्शकों का उत्साह और समर्थन

इस बार के पीकेएल सीजन में दर्शकों के उत्साह और समर्थन की भी बड़ी महत्ता रहेगी। कोविड-19 के बाद का यह सीजन में दर्शकों को पहली बार विभिन्न घरेलू मैदानों में स्टेडियम में जाकर मैच देखने का मौका मिलेगा। इस कारण सभी टीमों के लिए घरेलू मैदानों पर खेलने का अनुभव और भी प्रासंगिक होगा।

संबंधित आंकड़े और विवरण

नीलामी के बाद हर टीम के पास बची हुई राशि भी महत्वपूर्ण होती है, जिससे वे आगे के सीजन के लिए बेहतर रणनीति बना सकें।

टीम बचे हुए पैसे
बेगंल वारियर्स रुपये 1.5 करोड़
बेंगलुरु बुल्स रुपये 1 करोड़
दबंग दिल्ली के.सी. रुपये 1.2 करोड़
गुजरात जायंट्स रुपये 90 लाख
हरियाणा स्टीलर्स रुपये 1.1 करोड़
जयपुर पिंक पैंथर्स रुपये 80 लाख
पटना पाइरेट्स रुपये 1.3 करोड़
पुणेरी पलटन रुपये 1.4 करोड़
तमिल थलाइवाज रुपये 95 लाख
तेलुगु टाइटन्स रुपये 85 लाख
यू मुम्बा रुपये 1 करोड़
यूपी योद्धा रुपये 1.2 करोड़

कबड्डी ने पिछले कुछ सालों में भारतीय खेल परिदृश्य में एक प्रमुख स्थान हासिल कर लिया है। पीकेएल के माध्यम से खिलाड़ी अपनी प्रतिभा को देश-विदेश में प्रदर्शित कर पा रहे हैं। इस लीग की सफलता ने न केवल खिलाड़ियों के जीवन में सुधार लाया है, बल्कि खेल के प्रति लोगों की रुचि को भी बढ़ाया है।

प्रो कबड्डी लीग का यह 11वां सीजन भी दर्शकों के लिए नए और अद्भुत अनुभव लेकर आयेगा। सभी टीमों के खिलाड़ियों की मेहनत, उनकी संघर्षशीलता और खेल के प्रति उनकी समर्पण भावना को मैदान पर देखने का अवसर मिलेगा। जैसा कि सभी टीमें एक रणनीतिक रूप से तैयार होती हैं, यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीम सबसे बढ़िया प्रदर्शन करेगी और चैंपियन बनेगी।

सट्टेबाजी और प्रशंसकों की भागीदारी

इस सीजन में फैंस सिर्फ मैचों को ही नहीं देख पाएंगे, बल्कि वे दफाबेट जैसे साझेदारों के माध्यम से सट्टेबाजी और अन्य गतिविधियों में भी हिस्सा ले सकेंगे। यह पहल फैंस को और ज्यादा प्रतियोगिता में जोड़ने के लिए की गई है।

कबड्डी का विकास

कबड्डी का विकास

एक समय था जब कबड्डी को केवल गांवों तक ही सीमित माना जाता था, लेकिन आज यही खेल बड़े बड़े स्टेडियमों में, टीवी पर और इंटरनेट पर प्रसारित होता है। प्रो कबड्डी लीग (PKL) ने इस दृष्टिकोण को बदल दिया है और इसे एक आधुनिक और ग्लोबल खेल के रूप में प्रतिष्ठित किया है।

प्रो कबड्डी लीग का 11वां सीजन एक बार फिर सभी प्रशंसकों के लिए उम्मीदों और रोमांच का समय होगा। खिलाड़ियों की तैयारी, नई रणनीतियां, और घरेलू मैदानों पर होने वाले मुकाबले खेल प्रेमियों के लिए मनोरंजन का एक बड़ा साधन बनेंगे।

Ankit Sharma
Ankit Sharma

मैं नवदैनिक समाचार पत्र में पत्रकार हूं और मुख्यतः भारत के दैनिक समाचारों पर लेख लिखता हूं। मेरा लेखन सुचिता और प्रामाणिकता के लिए जाना जाता है।

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19 टिप्पणि
  • Shailendra Thakur
    Shailendra Thakur
    अगस्त 16, 2024 AT 07:25

    इस सीजन का वाकई मजा आएगा। घरेलू स्टेडियमों में भीड़ देखने को मिलेगी, और वो एनर्जी तो बस अलग है। बस इतना चाहिए कि कोई भीड़ वाला मैच न टूटे।

  • Sumeet M.
    Sumeet M.
    अगस्त 16, 2024 AT 17:51

    जयपुर वाले तो फिर से चैंपियन बनेंगे ना? बाकी सब तो बस फॉर्मलिटी हैं! दिल्ली और पटना के लिए तो ये सीजन बस फॉर द एक्सपीरियंस है।

  • vinoba prinson
    vinoba prinson
    अगस्त 17, 2024 AT 23:01

    पीकेएल के इस सीजन को लेकर जो भी बात कर रहे हैं, वो सब बेकार की बातें हैं। आपको ये पता है कि कबड्डी का मूल रूप क्या है? ये सब बिजनेस और मार्केटिंग का नाटक है। जब गांवों में खेला जाता था, तब ये खेल असली था।

    आज तो खिलाड़ी भी नहीं, बल्कि इंफ्लुएंसर बन गए हैं। एक रेडर का ट्विटर फॉलोअर्स, उसके रेड्स से ज्यादा है।

    ये नीलामी जैसी चीजें खेल को बर्बाद कर रही हैं। जब तक ये टीमें अपने बजट के बारे में बात नहीं करेंगी, तब तक ये खेल कभी असली नहीं होगा।

    हरियाणा के डिफेंडर को रिटेन किया गया? बहुत अच्छा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उसके बाद उसकी टीम का रेडिंग विभाग कितना कमजोर है?

    मुंबई और पुणे के बीच अंतर समझने के लिए आपको एक दर्जन टीमों के स्क्वाड का विश्लेषण करना पड़ेगा।

    मैं तो सिर्फ इतना कहूंगा - अगर आपको लगता है कि ये खेल बचा हुआ है, तो आप गलत हैं।

    ये सब बस एक फैंटेसी स्पोर्ट्स लीग है, जिसमें खिलाड़ी अपनी इमेज बनाने में ज्यादा व्यस्त हैं।

    कबड्डी के इतिहास को देखिए - इसमें बहुत कम बदलाव हुए हैं, लेकिन इस बार तो बदलाव बहुत बड़े हैं।

    मैं तो बस उम्मीद करता हूं कि ये सब एक बार फिर से गांवों में लौट आए।

    क्योंकि जब गांवों में खेला जाता है, तो ये खेल असली होता है।

    और अगर आप इसे नहीं समझते, तो आप इस खेल को नहीं समझते।

  • Rajveer Singh
    Rajveer Singh
    अगस्त 18, 2024 AT 14:50

    हर टीम का बजट बात करना बेकार है - जब तक हमारे खिलाड़ी अपने देश के लिए खेल रहे हैं, तब तक बाकी सब बस बातें हैं।

    हरियाणा के डिफेंडर ने तो भारत का नाम रोशन किया है। बाकी टीमें तो बस इसे नकल कर रही हैं।

    जयपुर चैंपियन होगा - ये तो पहले से तय है।

    क्योंकि भारत के खिलाड़ी असली हैं। बाकी सब बस आउटसाइडर हैं।

  • Ankit Meshram
    Ankit Meshram
    अगस्त 18, 2024 AT 19:09

    मैच शुरू हो गया तो देखना है कौन जीतता है।

  • Sharmila Majumdar
    Sharmila Majumdar
    अगस्त 20, 2024 AT 15:43

    तमिल थलाइवाज के युवा खिलाड़ी को प्रमोट करना बहुत अच्छा हुआ। लेकिन क्या उन्हें अच्छे से ट्रेनिंग दी जा रही है? ये बात ज्यादा महत्वपूर्ण है।

    और बेंगलुरु का डिफेंस - वो तो बहुत ताकतवर लग रहा है। लेकिन क्या वो रेडर्स के खिलाफ भी टिक पाएंगे?

    कबड्डी के लिए रेडिंग और डिफेंस दोनों बराबर महत्वपूर्ण हैं।

    अगर कोई टीम एक तरफ ज्यादा फोकस करती है, तो दूसरी तरफ गिर जाती है।

    मुझे लगता है कि पुणेरी पलटन के अनुभवी डिफेंडर इस बार असली असर डालेंगे।

    लेकिन ये भी देखना होगा कि उनके साथ खेलने वाले खिलाड़ी कितने समर्पित हैं।

    ये खेल टीमवर्क का खेल है।

    एक खिलाड़ी की ताकत अगर बाकी टीम के साथ नहीं जुड़ती, तो वो बेकार है।

    मैं तो उम्मीद करता हूं कि ये सीजन सभी टीमों के लिए एक नया अध्याय बने।

    क्योंकि ये खेल अभी भी अपने शुरुआती दौर में है।

    और अगर हम इसे सही तरीके से बढ़ाएंगे, तो ये दुनिया का सबसे बड़ा खेल बन सकता है।

  • Anand Itagi
    Anand Itagi
    अगस्त 21, 2024 AT 16:58

    बेंगल वारियर्स के मल्टी-पॉइंट रेडर को देखना होगा। वो अगर फिट रहे तो ये सीजन उनका हो सकता है।

    पटना के स्टार रेडर भी अच्छा है।

    लेकिन उनके आसपास के खिलाड़ी कैसे हैं?

    एक रेडर अकेले कुछ नहीं कर सकता।

    और दबंग दिल्ली के ऑलराउंडर को बनाए रखना बहुत समझदारी भरा फैसला लगता है।

    गुजरात के रेडिंग में सुधार हुआ है - अब देखना है कि वो कैसे खेलते हैं।

    मुझे लगता है कि ये सीजन बहुत रोमांचक होगा।

    लेकिन एक बात - अगर दर्शक नहीं आएंगे तो ये सब कुछ बेकार है।

    क्योंकि खेल के बिना भीड़ के क्या बात है।

  • Muneendra Sharma
    Muneendra Sharma
    अगस्त 23, 2024 AT 04:42

    इस सीजन के लिए बहुत बढ़िया तैयारी हुई है।

    हर टीम ने अपने बजट को समझकर खिलाड़ियों को चुना है।

    पुणेरी पलटन के अनुभवी डिफेंडर को फिर से खरीदना बहुत समझदारी भरा फैसला लगता है।

    और तमिल थलाइवाज के युवा खिलाड़ी को प्रमोट करना - ये भविष्य की ओर एक बड़ा कदम है।

    मैं तो उम्मीद करता हूं कि जयपुर चैंपियन बने।

    लेकिन अगर बेंगलुरु बुल्स का डिफेंस अच्छा रहा, तो वो भी चैंपियन बन सकते हैं।

    क्योंकि ये खेल टीमवर्क का है।

    एक खिलाड़ी की ताकत अगर बाकी टीम के साथ नहीं जुड़ती, तो वो बेकार है।

    मैं तो इस बार बहुत ज्यादा एक्साइटेड हूं।

    क्योंकि ये सीजन न सिर्फ खेल का है, बल्कि भारत के खेल प्रेमियों का भी है।

  • Ambica Sharma
    Ambica Sharma
    अगस्त 24, 2024 AT 04:55

    मैं तो बस इतना चाहती हूं कि ये सीजन बहुत ज्यादा एमोशनल हो।

    जब मैं अपने दोस्तों के साथ घर पर बैठकर मैच देखती हूं, तो मेरा दिल धड़कता है।

    मैं तो बस इतना चाहती हूं कि कोई भी टीम जीते - लेकिन जो जीते, उसके खिलाड़ियों की आंखों में आंसू देखना चाहती हूं।

    क्योंकि उन्होंने इतना मेहनत की है।

    मैं तो बस इतना चाहती हूं कि ये खेल लोगों के दिलों में बसे।

    और जब वो जीतते हैं, तो मैं रो पड़ती हूं।

    मैं तो बस इतना चाहती हूं कि ये खेल नहीं बंद हो।

    क्योंकि ये खेल हमारी पहचान है।

  • Shaik Rafi
    Shaik Rafi
    अगस्त 24, 2024 AT 12:28

    पीकेएल के इस सीजन में बहुत सारी बातें हैं - लेकिन मुझे लगता है कि सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात ये है कि खिलाड़ियों के जीवन में क्या बदलाव आया है।

    कबड्डी ने बहुत सारे गरीब लड़कों को एक नया जीवन दिया है।

    उन्होंने अपने घरों को बदल दिया है।

    उन्होंने अपने परिवार को सुरक्षित किया है।

    ये खेल बस एक खेल नहीं है - ये एक बदलाव है।

    और जब आप इसे बस एक खेल के रूप में देखते हैं, तो आप इसकी गहराई को नहीं समझ पाते।

    मैं तो उम्मीद करता हूं कि ये सीजन भी ऐसे ही बदलाव लाए।

    क्योंकि ये खेल अभी भी बहुत सारे लोगों के लिए एक आशा है।

  • Kisna Patil
    Kisna Patil
    अगस्त 24, 2024 AT 23:35

    ये सीजन भारत के लिए एक नया अध्याय है।

    हर टीम के खिलाड़ियों को बहुत मेहनत करनी पड़ी है।

    उन्होंने अपने घरों को छोड़कर अपनी टीम के लिए खेलना शुरू किया।

    उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए अपनी जिंदगी लगा दी।

    और आज वो अपने घरेलू स्टेडियम में खेल रहे हैं।

    ये बहुत बड़ी बात है।

    क्योंकि ये खेल अब सिर्फ एक खेल नहीं है - ये एक विरासत है।

    और जब आप इसे देखते हैं, तो आपको लगता है कि ये खेल आपके लिए है।

    मैं तो बस इतना चाहता हूं कि ये सीजन भी ऐसा ही हो।

    क्योंकि ये खेल हमारे लिए है।

  • Ashmeet Kaur
    Ashmeet Kaur
    अगस्त 26, 2024 AT 13:33

    तमिल थलाइवाज के युवा खिलाड़ी को प्रमोट करना बहुत अच्छा हुआ।

    लेकिन क्या उन्हें उचित ट्रेनिंग दी जा रही है?

    क्या उन्हें खेल के बारे में सही जानकारी दी जा रही है?

    मैं तो उम्मीद करती हूं कि उन्हें बहुत अच्छी तरह से तैयार किया गया है।

    क्योंकि ये खेल बहुत ज्यादा तकनीकी है।

    और अगर युवा खिलाड़ियों को ठीक से नहीं सिखाया जाएगा, तो ये खेल आगे नहीं बढ़ेगा।

    मैं तो बस इतना चाहती हूं कि ये खेल भारत के लिए एक नया अध्याय बने।

    क्योंकि ये खेल हमारी पहचान है।

    और हमें इसे सही तरीके से बढ़ाना होगा।

  • amrit arora
    amrit arora
    अगस्त 27, 2024 AT 18:08

    पीकेएल का ये सीजन भारतीय खेल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।

    यहाँ तक कि एक गांव का लड़का भी आज अपने नाम के साथ एक टीम का हिस्सा बन सकता है।

    ये बदलाव बहुत बड़ा है।

    पहले तो कबड्डी को बस गांवों का खेल माना जाता था।

    आज ये टीवी पर, इंटरनेट पर, और बड़े-बड़े स्टेडियमों में खेला जाता है।

    ये सिर्फ खेल का बदलाव नहीं है - ये समाज का बदलाव है।

    जब एक गरीब लड़का अपने घर के बाहर खेलने का मौका पाता है, तो वो अपने परिवार के लिए भी एक नई उम्मीद बन जाता है।

    ये खेल उन्हें शिक्षा, आय, और सम्मान देता है।

    और जब आप इसे देखते हैं, तो आपको लगता है कि ये खेल आपके लिए है।

    क्योंकि ये खेल आपके बारे में है।

    ये आपके देश के बारे में है।

    ये आपके भविष्य के बारे में है।

  • ASHOK BANJARA
    ASHOK BANJARA
    अगस्त 28, 2024 AT 11:22

    कबड्डी का विकास भारत के खेल परिदृश्य के लिए एक अद्भुत उदाहरण है।

    एक समय था जब ये खेल सिर्फ गांवों में ही खेला जाता था।

    आज ये दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियमों में खेला जाता है।

    ये बदलाव किसी एक व्यक्ति का नहीं है - ये एक समाज का बदलाव है।

    कबड्डी ने लाखों लोगों को एक नया जीवन दिया है।

    ये खेल उन्हें आत्मविश्वास दिया है।

    ये उन्हें सम्मान दिया है।

    ये उन्हें एक पहचान दी है।

    और जब आप इसे देखते हैं, तो आपको लगता है कि ये खेल आपके लिए है।

    क्योंकि ये खेल हमारे लिए है।

    ये हमारे देश के लिए है।

    ये हमारे भविष्य के लिए है।

  • Hitender Tanwar
    Hitender Tanwar
    अगस्त 29, 2024 AT 11:27

    ये सब बस एक बाजार का नाटक है।

    कबड्डी कभी भी इतनी बड़ी नहीं हुई थी।

    सिर्फ टीवी और सट्टेबाजी के लिए बनाया गया है।

    खिलाड़ियों को बस नाम दिया गया है।

    और दर्शकों को बस धोखा दिया जा रहा है।

  • pritish jain
    pritish jain
    अगस्त 30, 2024 AT 17:22

    पीकेएल के इस सीजन की सफलता उसके खिलाड़ियों के प्रति समर्पण पर निर्भर करती है।

    उन्होंने अपने जीवन को इस खेल के लिए समर्पित कर दिया है।

    और इस वजह से ये खेल असली है।

    क्योंकि जब आप इसे देखते हैं, तो आपको लगता है कि ये खेल आपके लिए है।

    ये आपके देश के लिए है।

    ये आपके भविष्य के लिए है।

  • Nirmal Kumar
    Nirmal Kumar
    सितंबर 1, 2024 AT 04:47

    हर टीम के बजट का विश्लेषण करना बहुत जरूरी है।

    लेकिन ये भी देखना जरूरी है कि खिलाड़ियों को कितना समय दिया गया है।

    क्या वो अच्छी तरह से ट्रेन किए गए हैं?

    क्या वो अपने टीम के साथ अच्छी तरह से जुड़े हैं?

    क्योंकि खेल बस टीमवर्क का खेल है।

    एक खिलाड़ी की ताकत अगर बाकी टीम के साथ नहीं जुड़ती, तो वो बेकार है।

    मैं तो उम्मीद करता हूं कि ये सीजन भी ऐसा ही हो।

    क्योंकि ये खेल हमारे लिए है।

  • Sahil Kapila
    Sahil Kapila
    सितंबर 1, 2024 AT 08:10

    अरे भाई ये सब बस एक नाटक है

    पटना का रेडर तो बस टीवी पर दिखता है

    वास्तविकता तो गांवों में है

    जहां खिलाड़ी बिना पैसे के खेलते हैं

    ये सब बस एक नाटक है

    और दर्शक भी उसी को देख रहे हैं

  • Shailendra Thakur
    Shailendra Thakur
    सितंबर 2, 2024 AT 12:53

    हर टीम के लिए घरेलू स्टेडियम पर खेलना बहुत बड़ी बात है।

    जब आप अपने घर के सामने खेलते हैं, तो वो एनर्जी अलग होती है।

    और ये एनर्जी खिलाड़ियों को और भी ज्यादा मजबूत बनाती है।

    मैं तो उम्मीद करता हूं कि ये सीजन भी ऐसा ही हो।

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