पोप फ्राँसिस का अंतिम संस्कार शनिवार को सेंट पीटर्स स्क्वायर में, वेटिकन शुरू कर चुका है तैयारियाँ

पोप फ्राँसिस का अंतिम संस्कार शनिवार को सेंट पीटर्स स्क्वायर में, वेटिकन शुरू कर चुका है तैयारियाँ

27 अप्रैल 2025 · 0 टिप्पणि

वेटिकन में अंतिम विदाई की अनूठी तैयारियाँ

पूरी दुनिया की निगाहें पोप फ्राँसिस के अंतिम संस्कार पर हैं, जो शनिवार, 26 अप्रैल सुबह 10 बजे रोमन समयानुसार ऐतिहासिक सेंट पीटर्स स्क्वायर में आयोजित होगा। वेटिकन ने इस समारोह के लिए तैयारियाँ तेज कर दी हैं। यह अंतिम संस्कार सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि वैश्विक नेताओं और सैकड़ों पत्रकारों की मौजूदगी में एक ऐतिहासिक पल बनने जा रहा है।

वेटिकन के अधिकारीयों के मुताबिक, करीब 130 देशों के प्रतिनिधि इसमें पहुँचेंगे। इनमें 12 शाही परिवार, 55 राष्ट्राध्यक्ष, 14 प्रधानमंत्री और 4,000 से ज्यादा प्रमाणित पत्रकार रहेंगे। सुरक्षा का अभूतपूर्व घेरा तैयार किया गया है, पूरे इलाके की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। समारोह का सीधा प्रसारण वेटिकन मीडिया के यूट्यूब और फेसबुक तक होगा, ताकि दुनियाभर के लोग इस पल को देख सकें और अंग्रेज़ी समेत कई भाषाओं में लाइव कमेंट्री भी दी जाएगी।

पोप का सादा ताबूत और नौ दिवसीय शोक

इस विदाई में सबसे अनूठा पहलू है, पोप फ्राँसिस की सादगी की छाप। बुधवार, 23 अप्रैल को देर रात उनका शरीर लकड़ी के सामान्य ताबूत में जिंक लाइनिंग के साथ सेंट पीटर्स बैसिलिका लाया गया। आमतौर पर पोप के ताबूत को एक विशेष ऊँचे मंच पर रखा जाता है, लेकिन फ्राँसिस ने जीवित रहते परंपराओं को बदला, और अब उनका ताबूत भी बैसिलिका के फर्श पर पास्काल मोमबत्ती के करीब ही रखा जाएगा। वे लाल पहनावे में, हाथ में रोजरी के साथ सादगी के प्रतीक बन गए हैं।

कार्डिनल बाल्दासारे रीना ने याद किया कि कैसे पोप ने अपनी पूरी जिंदगी हाशिए पर पड़े लोगों के साथ बिताई। बुधवार की स्मृति प्रार्थना सभा में भी यही भाव झलका, जहाँ गरीबों, शरणार्थियों और समाज के उपेक्षित लोगों के लिए उनका योगदान याद किया गया।

अंतिम यात्रा के बाद, वेटिकन में पारंपरिक ‘नोवेन्दियाली’ यानी नौ दिवसीय शोककाल मनाया जाएगा। इस दौरान दुनियाभर के कार्डिनल रोम पहुँचना शुरू करेंगे। पोप के उत्तराधिकारी के चुनाव के लिए कॉनक्लेव का आयोजन इसी दौरान होगा। माना जाता है कि 15-20 दिनों के भीतर नए पोप का चयन होगा। चुनाव में सीक्रेट बैलेटिंग होती है, और हर राउंड के बाद सिस्टीन चैपल की चिमनी से निकलने वाला काला या सफेद धुआँ बताता है कि चुनाव हुआ या नहीं।

  • 130 देशों के प्रतिनिधि शामिल
  • 4,000 से अधिक पत्रकार कवरेज में
  • ताबूत सादा लकड़ी और जिंक की सूरत में
  • पूरे आयोजन का दुनिया भर में लाइव प्रसारण
  • शोक के बाद कार्डिनलों की बैठक व उत्तराधिकारी चुनाव

वेटिकन ने पिछले दो दिनों में पोप की ताबूत की तस्वीरें साझा कीं, जिनमें वे अपने पसंदीदा लाल चोगे में रोजरी पकड़े नज़र आते हैं। ताबूत की सादगी और सार्वजनिक विदाई उनके पूरी ज़िंदगी के सरलता और सबको अपनाने की भावना को उजागर करती है। अब पूरा विश्व नई लीडरशिप के इंतज़ार में वेटिकन की हरेक गतिविधि पर नजर रख रहा है।

रोहित चतुर्वेदी

रोहित चतुर्वेदी

मैं नवदैनिक समाचार पत्र में पत्रकार हूं और मुख्यतः भारत के दैनिक समाचारों पर लेख लिखता हूं। मेरा लेखन सुचिता और प्रामाणिकता के लिए जाना जाता है।

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